सप्तमी को रविवार होने पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़
जीणमाता, [प्रदीप सैनी ] प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां जीण का जीणमाता मेला पूरे परवान पर है। दुर्गाष्टमी से एक दिन पहले सप्तमी को रविवार होने के चलते यहां करीब 2 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं। अब सोमवार अष्टमी को भी यहां 1 लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचेंगे। सप्तमी के दिन जीणमाता का कोलकाता के फूलों से श्रृंगार किया गया। गौरतलब है कि खाटूश्याम मंदिर में हुए भगदड़ हादसे के बाद इस बार जीणमाता मेले को लेकर पहले ही तैयारियां कर ली गई थीं। रविवार को श्रद्धालुओं की भीड़ होने पर जीणमाता मंदिर में मुख्य द्वार के अलावा मंदिर के दूसरे गेट से एंट्री करवाई गई जिससे यहां भीड़ का दबाव ज्यादा नहीं बढ़ा। वहीं मेले में श्रद्धालुओं को करीब 20 से 25 मिनट बेरिकेडिंग में लगने के बाद दर्शन हुए। बैरिकेडिंग में लगे श्रद्धालुओं के लिए पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं की गई जिससे उन्हें तेज धूप में परेशान होना पड़ा।
मेले में 150 किलोमीटर दूर से आया श्रद्धालु, चार दिन बाद पहुंचा
मेले में इस बार सीकर के अलावा दूसरे शहरों से भी पदयात्री हाथों में निशान लेकर माता के दर्शन करने के लिए आ रहे हैं। सरदारशहर निवासी पवन 150 किलोमीटर का सफर तय कर रविवार को माता के दर्शन करने के लिए पहुंचे हैं। पवन ने बताया कि वह 28 सितंबर को अपने घर से निकले थे। पैदल चलते चलते उनके पांव में छाले भी पड़ गए। लेकिन उन्होंने ड्रेसिंग करवाकर अपनी पदयात्रा जारी रखी।