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कार्य के अनुरूप मजदूरी नहीं मिलने पर मनरेगा श्रमिकों ने किया विरोध प्रदर्शन

श्रमिकों ने मेट पर धमकाकर काम कराने का लगाया आरोप

खण्डेला, [अरविन्द कुमार ] खण्डेला पंचायत समिति के ग्राम पंचायत जाजोद में बुधवार को मनरेगा श्रमिकों ने कार्य के अनुरूप मजदूरी नहीं मिलने पर मनरेगा स्थल पर धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया। प्राप्त जानकारी के अनुसार जाजोद में मनरेगा के तहत खेड़ी श्मशान भूमि में नरेगा कार्य चालू है। बुधवार को श्रमिकों ने काम के अनुरूप मजदूरी नहीं मिलने पर विरोध प्रदर्शन किया। मनरेगा श्रमिक लक्ष्मी देवी ने बताया कि हमें मेट के द्वारा नापकर काम का टास्क दिया जाता है, टास्क पूरा करने के बावजूद भी हमें पूरी मजदूरी नहीं मिल रही है। मेट के द्वारा टास्क का काम पूरा करने के बावजूद भी हमे घर नही जाने दिया जाता है। काम पूरा करने के बावजूद मजदूरी के पूरे पैसे नहीं मिलने पर जब मेट से बात करते हैं तो मेट हमे नाम काटने की धमकी देता है। श्रमिक कमलेश कुमार ने बताया कि काम पूरा करने के बाद मेट हमे ये बोलता है कि आप की मजदूरी 40 रुपयें आएगी।

  • मनरेगा स्थल पर नहीं है छाया, साबुन, सेनेटराईज की व्यवस्था
    खेड़ी श्मशान भूमि में काम कर रहे मनरेगा श्रमिकों ने बताया कि हमारे लिए मनरेगा स्थल पर छाया, चिकित्सा की सुविधा और ना ही बैठने के लिए दरी की सुविधा है। कोविड-19 में सरकार के दिशा निर्देश अनुसार मनरेगा स्थल पर हाथ धोने के लिए साबुन, सैनिटाइजर की व्यवस्था भी नही है। श्रमिकों ने बताया कि मनरेगा स्थल पर छाया साबुन, सेनेटराईज, चिकित्सा की सुविधा नहीं होने के कारण हमें परेशानी का सामना करना पड़ता है। तथा धूप, बरसात में मजबूरन होकर खुले में बैठना पड़ता है। मनरेगा श्रमिकों के विरोध प्रदर्शन की सूचना पर जाजोद सरपंच महेंद्र कुड़ी मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया, तथा श्रमिकों को दिया गया टास्क पूरा करने पर श्रमिकों को घर जाने की बात कही। ग्राम विकास अधिकारी अंजू लता से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि जाजोद में मनरेगा का काम 2008 में शुरू हुआ था उस समय झूले, टेंट, दरी सभी की व्यवस्था थी। अब वों सामाना नष्ट हो गया, अब पंचायत के पास सामान खरीदने का बजट नही हे। तथा श्रमिकों को साबुन व सैनिटाईजर जल्द ही उपलब्ध करवा दिया जाएगा।

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