‘गुड टच बैड टच’ अवेयरनेस कैंपेन
चूरू, जिला प्रशासन की पहल पर महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से आज मंगलवार को जिलेभर के विद्यालयों में गुड टच बैड टच अवेयरनेस कैंपेन के तहत अधिकारियों व शिक्षकों ने बच्चों को अच्छे व बुरे स्पर्श का फर्क समझाया, इससे संबंधित शॉर्ट फिल्म दिखाईं और बताया कि कैसे उन्हेंं अपने साथ होने वाले हर गलत का विरोध करना चाहिए। मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जिले में करीब सात सौ स्कूलों में एक साथ हुए कार्यक्रमों में एक लाख से अधिक बच्चों ने भागीदारी की। इस सिलसिले में जिला मुख्यालय स्थित राजकीय पारख बालिका माध्यमिक विद्यालय में पहुंचे जिला कलक्टर संदेश नायक ने बच्चों से संवाद किया और उनकी पढाई-लिखाई के साथ-साथ दिनचर्या को लेकर टिप्स दिए। नायक ने कहा कि समाज में अच्छे और बुरे सभी तरह के लोग हैं, हमें उनकी गतिविधियों से उनकी पहचान कर सकते हैं। उन्होंने बच्चों से कहा कि बचाव ही सबसे बेहतर उपचार माना जाता है इसलिए कोशिश यह रहे कि ऎसी कोई परिस्थिति उत्पन्न ही नहीं हो। यदि माता-पिता देर रात को कहीं बाहर अकेले किसी काम से भेजते हैं तो आप भी अपनी असुरक्षा को समझकर उन्हें मना कर सकते हैं। बच्चों को पता होना चाहिए कि उनके लिए क्या सुरक्षित है और क्या खतरनाक है। जिला कलक्टर ने बच्चों से कहा कि यदि कोई गलत ढंग से उन्हें स्पर्श करता है तो तत्काल उन्हें इसका विरोध करते हुए अपने अभिभावक व शिक्षकों को यह बात बतानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोई भी बात छुपाएं नहीं, अपने सबसे प्रिय व भरोसेमंद व्यक्ति से अपने दिल की बात साझा करें। उन्होंने बताया कि इस अभियान को आगे बढाया जाएगा तथा प्रत्येक स्कूल से एक शिक्षक को प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि रोजमर्रा में भी बच्चों में यह जागरुकता विकसित हो। इस दौरान कलक्टर ने बच्चों को व्यक्तित्व विकास के टिप्स दिए और कहा कि पढाई के साथ-साथ खेल व अन्य सह शैक्षणिक गतिविधियां भी महत्त्वपूर्ण हैं, इसलिए परीक्षा के बाद ग्रीष्मकालीन अवकाश में अपनी किसी हॉबी पर काम करें। न्यूज पेपर व लाइब्रेरी की किताबें पढने की आदत विकसित करें। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव राजेश कुमार दड़िया ने चंदन व्यापारी और राजा की रोचक कहानी के जरिए बच्चों को समझाया कि व्यक्ति का भाव महत्त्वपूर्ण है। गलत भाव के साथ कोई व्यक्ति आपको देखता है तो वह भी बैड टच ही है। उन्होंने इससे जुड़े कानूनी प्रावधान भी बताए और कहा कि वे ऎसी परिस्थिति उत्पन्न होने पर हेल्पलाइन नंबर 1099 तथा पुलिस के नंबर 100 पर भी कॉल कर सकते हैं। आईसीडीएस उपनिदेशक संजय कुमार ने इस अभियान की रूपरेखा पर चर्चा की और कहा कि जिला कलक्टर संदेश नायक की प्रेरणा से शुरू हुए इस अभियान को आगे बढाया जाएगा। उन्होंने बताया कि मंगलवार को इस कार्यक्रम में जिले भर में करीब एक लाख बच्चों के शामिल होने की संभावना है। सभी जिला स्तरीय अधिकारी, उपखंड अधिकारी, तहसीलदार, विकास अधिकारी आदि ने भी अपने-अपने स्तर पर स्कूलों में इस कार्यक्रम में भाग लिया। सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय ने शिक्षकों से कहा कि वे विद्यार्थियों के मित्र भी बनें ताकि बच्चे उनसे अपने मन की बात साझा कर सकें। प्रधानाध्यापक सरोज सैनी ने आभार जताया। संचालन सहायक लेखाधिकारी कन्हैयालाल शर्मा ने किया। इस दौरान परमेश्वर लाल शर्मा, अध्यापक पवन सिंह, पुष्पा, कनिष्ठ सहायक शिवभगवान, वरिष्ठ अध्यापक सावित्री सहित अध्यापक एवं बालिकाएं मौजूद थे। जिला कलक्टर संदेश नायक के निर्देशानुसार सभी अधिकारियों ने विभिन्न स्कूलों में हुए कार्यक्रमों में शिरकत कर बच्चों को गुड टच बैड टच के बारे में जागरुक किया। सीईओ आरएस चौहान ने केंद्रीय विद्यालय, एसीईओ डॉ नरेंद्र चौधरी ने सर्वहितकारिणी स्कूल, सहायक निदेशक (शिक्षा) ओम फगेड़िया ने सोमासी के राउमावि तथा अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी डॉ गफ्फार अली ने श्रीएचपी बुधिया राउमावि रतननगर में हुए कार्यक्रम में बच्चों को आवश्यक जानकारी दी।