जहरीला घी बनाकर कर रहे थे लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़
सूरजगढ़,[के के गांधी ] कस्बे में कई सालों से मौत का धंधा चल रहा है जिसकी जद में कस्बेवासियों सहित आस पास के गांवों के ग्रामीण भी आ रहे थे फैक्ट्री मालिक भारी मात्रा में नकली घी तैयार करके कस्बे के ही व्यापारियों को सप्लाई करता था जो धड़ल्ले से लोगों को शुद्ध देशी घी बताकर बेच रहे थे। बुधवार को जिला स्पेशल टीम, क्यूआरटी व स्थानीय पुलिस ने छापा मारकर भारी मात्रा में तैयार देशी घी के टीन नामी गिरामी ब्रांड जैसे अमूल, सरस, मार्वल, ज्योति, रजनी, ऑस्कर, संगम के पैकिंग डब्बे बरामद किए। पुलिस ने आरोपी नरेश गुडग़ुड़ी को गिरफ्तार उसे न्यायालय में पेश किया जहां से पीसी रिमांड पर भेज दिया। एसएचओ सुरेन्द्र मलिक ने बताया कि आरोपी साल 2014-15 में क्रिकेट के सट्टे में लिप्त था। पुलिस आरोपी से कड़ाई से पुछताछ कर रही पुलिस को अंदेशा है कि पुछताछ में कई बड़े व्यापारियों के नाम उजागर हो सकते है।
कस्बे के नामी व्यापारी बेच रहे है शुद्ध देशी के नाम पर नकली घी- पुलिस ने जब आरोपी से कड़ाई से पुछताछ की तो उसने बताया कि कस्बे के कौनसे व्यापारियों को वह सप्लाई कर रहा था जिसमें मंडी के मुरारी हलवाई, श्री श्याम किराणा स्टोर के मालिक अशोक कुमार रामवतार गुप्ता व एक चिड़ावा के व्यापारी के अलावा बुहाना, सिंघाना, सुलताना, पिलानी सहित हरियाणा प्रदेश के लोहारू व दादरी तक माल जाता था। आरोपी की निशानदेही पर बुधवार को पुलिस ने मंडी स्थित मुरारी हलवाई व अशोक गुप्ता के प्रतिष्ठानों पर छापे मारे जहां से तैयार माल की पैकिंग बरामद की गई। कार्यवाही की सुचना मिलते ही मुरारी हलवाई मौके से फरार हो गया वहीं अशोक गुप्ता के गोदामों की तलाश जारी है।
शादी समारोहों में लोगों को परोसा जाता है देशी घी के नाम पर जहर- आज के समय में विवाह शादियों में लोग बड़े चाव से देशी घी से बनी मिठाईयां व व्यंजन खाते है लेकिन उनको क्या पता की वो देशी घी के नाम पर टॉयलेट क्लीनर व फिनाईल जैसे जहर से बने देशी घी की मिठाईयां खाकर गंभीर बिमारियों का शिकार हो रहे है। इन मिलावटी खाद्ध घी, तेल व मसालों से गांवों के लोग भी गंभीर बिमारियों की गिरफ्त में आ रहे है।
ठगते है गांव के भोले भाले लोगों को- कस्बे के नामी व्यापारी ग्रामीणों को नकली सामान तो बेचते ही है उन भोले भाले लोगों को कई गुना कीमत लेकर ठगते भी है। गांवों में होने वाले समारोहों के लिए जब ग्रामीण सामान खरीदने आते है तो उनको बोलते है की देशी घी की मिठाईयां बनाओ जिससे स्वास्थ्य ठीक रहे और उनको देशी की कीमत से कुछ कीमत कम करके नकली घी थमा देते जिसमें इनको कई गुना फायदा होता है। बुधवार को हुई कार्यवाही के बाद गांवों में भी यह घटना चर्चा की विषय बनी हुई है।
आरोपी सहित सहयोगी व्यापारियों की सम्पति की हो जांच- नकली घी पर होने वाली कार्यवाही के बाद कस्बे में यह चर्चा जोरों पर है कि जो व्यापारी दस साल पहले साधारण दुकानदार हुआ करते थे लेकिन नकली घी की काली कमाई से आज करोडा़ें की सम्पति के मालिक बने बैठे है। सामाजिक संगठनों सहित कस्बे के लोगों ने जिला कलेक्टर व जिला एसपी से मांग उठाई है कि उनके करोडा़ें की सम्पति, बैंक बलेंस के साथ ही परिवार व रिश्तेदारों की अकूत सम्पत्ति की जांच संबंधित विभाग से करवाई जाए।