उपेक्षित पड़े वार्डों में नगर परिषद ने ली सुध
झुंझुनू, प्रदेश की सरकार बदलने के साथ ही अब झुंझुनू नगर परिषद की कार्य शैली में भी परिवर्तन नजर आने लगा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि झुंझुनू नगर परिषद में कांग्रेस का बोर्ड है और समय-समय पर पार्षदों एवं स्थानीय वाशिंदो द्वारा भी यह आरोप लगाया जाता रहा है कि कांग्रेस के बोर्ड ने भाजपा से जीते हुए प्रत्याशियों के वार्डों में विकास कार्यों की ओर तो ज्यादा ध्यान दिया ही नहीं वहीं उन्होंने मूलभूत रूप से किए जाने वाले कार्यों की भी उपेक्षा की। जैसे साफ-सफाई की बात करें तो झुंझुनू शहर के वार्ड नंबर 51 में आज ऐसा ही नजरा नजर आया। जिसमें लंबे समय बाद नालियों के पास पड़े हुए कचरे को नगर परिषद के कर्मचारियों द्वारा ट्रॉली में डालकर लेकर जाते हुए देखा गया और वार्ड के अंदर कचरे के लिए आवाज लगाते हुए देखा गया। लेकिन इससे पहले छोटी गाड़ियां ही वार्ड में चक्कर काटती थी और वह भी कब आकर चली जाती थी महिलाओं को पता भी नहीं चलता था। वही नालियों से निकाला जो कचरा था उसको भी उठाने की जहमत नगर परिषद के कार्मिकों द्वारा नहीं उठाई जाती थी। लेकिन अब सरकार बदलने के साथ नजर आया कि वार्ड नंबर 51 के नालियों के साथ पड़े हुए कचरे को कार्मिकों द्वारा उठाया गया जिसके चलते काफी समय बाद वार्ड की गलियां साफ और सुथरी नजर आई।
वही इस मामले में वार्ड 51 के पार्षद बुधराम सैनी ने बताया कि लंबे समय से वार्ड की उपेक्षा की जा रही थी लेकिन अब सरकार बदलने के साथ ही इसमें सुधार होने की आशा नजर आने लगी है। वही आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वार्ड नंबर 51 की सकड़ी गलियों में ज्यादातर देखा जाता है कि स्थानीय लोगों के द्वारा ही नालियों की सफाई की जाती है लेकिन नालियों के पास पड़े हुए कचरे को उठाने की जहमत कभी भी नगर परिषद के द्वारा नहीं उठाई जाती है और तो और वार्डों में कभी कबार सफाई कर्मी झाड़ू लगाने के लिए पहुंचते तो वह उस कचरे को वापस नालियों में गिरा देते हैं और इस तरह के से अपने कर्तव्यों की इति श्री कर ली जाती थी। अब देखने वाली बात है कि प्रदेश में जो सरकार बदली है उसके साथ ही झुंझुनू शहर के अन्य वार्डों के हालात भी बदलेंगे क्या ?