सुजानगढ़, चूरू जिला सांसद राहुल कस्वा ने मंगलवार को पंचायत समिति सभागार में आगंनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मातृवंदना योजना की कार्यशाला में संबोधित करते हुए ऐसा बयान दिया कि सरकार की मातृ एवं शिशु कल्याण योजनाओं की सफलता पर प्रश्र खड़े हो गये। सांसद ने कार्यशाला में बच्चों के कुपोषण पर जिक्र किया और सार्क सम्मेलन का वृतांत बताते हुए स्टंटिग की समस्या का जिक्र किया। कस्वां ने कहा कि हर बच्चे को पोषण मिले, इसके लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर रिपोर्ट लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हाल ही में काठमांडू में आयोजित सार्क देशों के सम्मेलन में मेरा भाषण था। कस्वा ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्टंटिंग के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि भारत में 0 से लेकर 5 वर्ष तक की आयु के बच्चों में मां-बाप की तुलना में औसत हाईट घट जाती है, जिसे स्टंटिंग कहते हैं और भारत में यह समस्या 48 प्रतिशत है और यह विश्व का सबसे बड़ा आंकड़ा है। कस्वां ने कहा कि इस मामले में भारत से पाकिस्तान और बांग्लादेश भी बेहतर हैं, लेबर क्लास के बच्चों के पोषण के लिए सरकार उनको सहायता देती है। कस्वां ने आंनगबाड़ी कार्यकर्ताओं से भी वार्डों के फीडबेक लिए और कहा कि सभी बच्चे स्वस्थ हों, ये हमारी जिम्मेदारी है। विधायक खेमाराम मेघवाल ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अधिक से अधिक प्रसूताओं को सरकार की योजनाओं का फायदा मिले और सभी प्रसव सरकारी अस्पताल में हों, ऐसे प्रयास होने चाहिए। विकास अधिकारी रामनिवास घोटिया, प्रगति प्रसार अधिकारी ताराचंद सारण ने आयोजकीय पृष्ठभूमि को रेखांकित किया। उसके बाद महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं के साथ सांसद और विधायक ने पौधारोपण भी किया।