अंतर्राष्टीर्य महिला दिवस सप्ताह का किया शुभारंभ
चूरू, जिला कलक्टर संदेश नायक ने कहा है कि महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए जरूरी है कि महिलाएं आर्थिक आत्मनिर्भरता की ओर बढें तथा विभिन्न आर्थिक गतिविधियों से अपनी आय बढाएं। वे आज सोमवार को आईसीडीएस उपनिदेशक कार्यालय में महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से आयेाजित अंतर्राष्टीर्य महिला दिवस सप्ताह के शुभारंभ अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिले में राजीविका के जरिए महिलाओं को आर्थिक गतिविधियों से जोड़ने का प्रयास किया गया है, जिसके बेहतर नतीजे सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज समाज में बदलाव आ रहा है और महिलाएं आगे आ रही हैं लेकिन अभी इस दिशा में बहुत काम की जरूरत है। उन्होंने कहा कि समाज में महिलाओं को एंटरप्रेन्योर बनने की तरफ अग्रसर होना चाहिए। अध्यक्षता करते हुए सभापति पायल सैनी ने कहा कि महिलाएं घूंघट तथा दूसरी कुरीतियों से दूर हटें तथा समाज को दिशा देने का काम करें। उन्होंने कहा कि हमारी सामाजिक संरचना में महिलाओं का योगदान बहुत है, इस बात को हमें समझना चाहिए। विशिष्ट अतिथि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव राजेश कुमार दड़िया ने कहा कि महिलाओं को महिला उत्पीड़न से जुड़े कानूनों की जानकारी दी और कहा कि इन कानूनों का समुचित उपयोग हो, लेकिन किसी प्रकार का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए। विशिष्ट अतिथि सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय ने कहा कि महिलाओं का श्रम का समुचित मूल्यांकन होना चाहिए और उन्हें समुचित सम्मान मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि महिलाओं को हर काम में दूसरे व्यक्ति का अवलंबन देखने की प्रवृत्ति से मुक्त होना होगा और आत्मनिर्भर बनना होगा। आईसीडीएस उपनिदेशक संजय कुमार ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर चर्चा करते हुए महिला दिवस सप्ताह में होने वाले कार्यक्रमों के बारे में बताया। सामाजिक कार्यकर्ता मोनिका सैनी ने विचार व्यक्त करते हुए महिला स्वावलंबन का संदेश दिया। इस दौरान प्रत्येक परियोजना से एक-एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, आशा सहयोगिनी व साथिन को मां यशोदा पुरस्कार से नकद राशि देकर सम्मानित किया गया। विभाग में उल्लेखनीय कार्यों के लिए 3 प्रचेता एवं 3 महिला पर्यवेक्षकों को सम्मानित किया है। इस दौरान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक अशफाक खान, सीडीपीओ सीमा सोनगरा, सहित महिला पर्यवेक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, साथिन एवं बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया।विभिन्न महिलाओं की ओर से कविता, गीत आदि सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। संचालन महिला पर्येवेक्षक ज्योति वर्मा एवं पुष्पा राठौड़ द्वारा किया गया।