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धर्मपाल गाँधी द्वारा लिखित पुस्तक “हिन्द की क्रांतिकारी बेटियाँ” अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर होगी प्रकाशित

सूरजगढ़, राष्ट्रीय साहित्यिक, सांस्कृतिक व सामाजिक संस्थान आदर्श समाज समिति इंडिया के अध्यक्ष धर्मपाल गाँधी द्वारा लिखित पुस्तक “हिन्द की क्रांतिकारी बेटियाँ” को महिलाओं के सम्मान में वर्तमान अंकुर प्रकाशन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रकाशित किया जायेगा। “हिन्द की क्रांतिकारी बेटियाँ” पुस्तक भारतीय स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित है। पुस्तक में भारत की आजादी के लिए जोरदार संघर्ष करने वाली महिला स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन संघर्ष की कहानियाँ लिखी गई हैं। धर्मपाल गाँधी काफी लंबे समय से भारतीय संस्कृति और स्वतंत्रता संग्राम पर शोध कर रहे हैं। पुस्तक के लेखक धर्मपाल गाँधी ने बताया कि महिलाओं के योगदान का वर्णन किये बिना भारत के स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास अधूरा है। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारतीय क्रांतिकारी महिलाओं ने जो किया, वह हमारी अमूल्य विरासत है। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास महिलाओं के त्याग, परोपकारिता और वीरता की कहानियों से भरा हुआ है। हमारे देश में आज भी बहुत कम लोग जानते हैं कि स्वाधीनता आंदोलन में ऐसी हजारों क्रांतिकारी महिलाएं थीं, जिन्होंने पुरुष स्वतंत्रता सेनानियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ाई लड़ी। आज से 150 वर्ष पहले महिलाओं का घर से निकलना इतना आसान नहीं था। रूढ़िवादी समाज के बंधनों से आजाद होना बहुत मुश्किल था। महिलाओं ने भारत की आजादी के साथ-साथ खुद की स्वतंत्रता के लिए भी संघर्ष किया।

स्वाधीनता आंदोलन में भाग लेने वाली क्रांतिकारी महिलाओं का संघर्ष बहुत बड़ा था और उनकी संख्या भी बहुत ज्यादा थी उनके संघर्ष की कहानियों को एक पुस्तक में नहीं समेटा जा सकता है। स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में पुस्तकों के प्रकाशन की श्रृंखला जारी रहेगी। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का इतिहास भारतीयों के लिए संघर्ष की अद्भुत गाथा है। इस संघर्ष में पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं ने भी आजादी की लड़ाई लड़ी थी। दोहरी गुलामी के उस दौर में स्वाधीनता आंदोलन में भाग लेने के लिए महिलाओं को कई सामाजिक बेड़ियों को तोड़ना पड़ा था। भारतीय स्वतंत्रता के आंदोलन में महिलाओं का योगदान सराहनीय व वंदनीय है। यह पुस्तक “हिन्द की क्रांतिकारी बेटियाँ” इतिहास में महिलाओं की अमूल्य विरासत को उजागर करने का प्रयास है। पुस्तक में तकरीबन बीस महिला स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन संघर्ष की कहानी लिखी गई है। स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में पुस्तकों के प्रकाशन की श्रृंखला जारी रहेगी। “हिन्द की क्रांतिकारी बेटियाँ” पुस्तक का भाग-2 भी प्रकाशित किया जायेगा।

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