Breaking Liveझुंझुनूताजा खबरराजनीतिविशेषवीडियो

Video News – झुंझुनू में भाम्बू ने बजा दिया भाजपा के बबलू के खिलाफ बगावत का बिगुल

जनसभा में की निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा

झुंझुनू, भाजपा ने जब से 41 प्रत्याशियों की अपनी पहली सूची जारी की है। उसके बाद से ही भाजपा के लिए प्रदेश भर से मुश्किलों से भरे समाचार सामने आने लगे हैं। कहीं पर बगावत के सुर तो कहीं पर बगावत का रुख नजर आने लगा है। बात झुंझुनू जिले के झुंझुनू विधानसभा क्षेत्र की करें जिसमें कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे पदम श्री शीशराम ओला के पुत्र वर्तमान में बृजेन्द्र ओला विधायक हैं। उनके सामने बबलू चौधरी को मैदान में उतरने की घोषणा कर दी। इसके साथ ही पिछले चुनाव में प्रत्याशी रहे राजेंद्र भाम्बू जो कि पूरे 5 साल तक क्षेत्र में सक्रिय रहे, उन्होंने आज अपने निज आवास पर आयोजित बड़ी सभा में बगावत का बिगुल बजा दिया है। वही आपकी जानकारी के लिए बता दे की झुंझुनू विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस का गढ़ माना जाता है और एक बार को छोड़ दें तो भाजपा के लिए यह सीट दूर की कोड़ी ही साबित हुई है। वहीं अब इस सीट को लेकर भाजपा की मुश्किलें और बढ़ती हुई दिखाई दे रही है। गत विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी रहे राजेंद्र भाम्बू ने आज अपने आवास आयोजित जनसभा में निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। वही इस सभा में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और नौ बार विधायक निर्वाचित हुई सुमित्रा सिंह के पुत्र राजीव चौधरी ने भी पहुंचकर अपना समर्थन उन्हें दिया। वहीं जनसभा को संबोधित करते हुए राजेंद्र भाम्बू ने कहा कि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुमित्रा सिंह के बेटे राजीव चौधरी और भाजपा के जमीनी कार्यकर्ता रहे विशंभर पूनिया, बनवारी लाल सैनी, विनोद झाझडिया भी उनके साथ टिकट की दावेदारी कर रहे थे लेकिन एक आदमी को छोड़कर इनमें किसी को भी टिकट दे दी जाती तो विरोध नहीं होता लेकिन भूमाफिया और गुंडागर्दी मंजूर नहीं। वही आपकी जानकारी के लिए बता दे की सामान्य रूप से सरल और सौम्य स्वभाव के जाने जाने वाले राजेंद्र भाम्बू भाजपा के टिकट वितरण के बाद से आक्रोशित दिखाई पड़ रहे हैं और भाजपा द्वारा घोषित किए गए बबलू चौधरी की छवि को लेकर बड़े गंभीर आरोप भी वह लगातार लगाते हुए आ रहे हैं। उनका कहना है कि वह झुंझुनू में वंशवाद और गुंडागर्दी के खिलाफ हैं और जनता ने आज उनको जो फैसला दिया है वही उनका हौसला साबित होगा।

शेखावाटी लाइव ब्यूरो रिपोर्ट झुंझुनू

Related Articles

Back to top button