श्री जगदीश प्रसाद झाबरमल विश्वविद्यालय चुड़ैला में हेल्थ केयर इंडस्ट्री में कार्य कर रहे चिकित्सकों के मल्टीकान के दूसरे दिन की शुरुआत गणेश वंदना व दीप प्रज्वलन से हुई। स्वागत करते हुए चेयर पर्सन डॉ. विनोद टीबड़ेवाल ने कहा कि चिकित्सा जगत के चमत्कार साक्षात रूप से देखना एक अलग ही अनुभव है। शनिवार को इस मल्टीकोन में ऐसे दो ऑपरेशन की वीडियो रिकार्डिंग दिखाई गई जिसमें लीवर प्रत्यारोपण किया गया था। इसके अलावा रोबोटिक्स हेयर ट्रांसप्लांट आर्टिफिशियल, कार्निया ट्रांसप्लांट के ऑपरेशन भी दिखाए गए। इन ऑपरेशन की बारीकियों को नए डॉक्टर्स न रुचि लेकर देखा। शनिवार को प्रथम सत्र में डॉ. अंकुर अटल गुप्ता ने भारत में लीवर ट्रांसप्लांट की मौजूदा स्थिति एवं इसके भविष्य की संभावनाओं के बारे में बताया। इनके पश्चात डॉ डेविड पी कलिन चेयरमैन इंटरनेशनल बोर्ड आफ मेडीसीन एंड सर्जरी, फ्लोरिडा, युनाइटेड स्टेटस ने पेशेंट्स सेफ्टी एंड डाक्टर्स इंटेग्रिटी अनहासिंग ग्लोबल डाक्टर -पेशेंट रिलेशनशिप पर शोध पत्र वाचन किया। डा दीपक जुमानी ने पत्र वाचन किया, डॉ प्रकाश चांदवानी ने एंजियोप्लास्टी लाइव वर्कशॉप व नेवर एडवांस इन कार्डियोलॉजी का प्रभावी प्रस्तुतीकरण दिया। इनके पश्चात डॉ दीपक के जुमानी (सेक्सुअल हेल्थ फिजिशियन), डॉ श्याम सुंदर शर्मा ने मेनेजमेंट आफ कान्सीटिपेशन पर पत्र वाचन किया। डॉ राजेश कुलानिया ने भी पत्र वाचन किया। कैंसर बर्डन एंड केयर एक्सपर्ट डॉ रामेश्वर शर्मा व सहयोगी तथा डॉ ललित मोहन शर्मा ने अर्ली डायग्नोसिस आफ कैंसर पर पत्र वाचन किया। डा रेशम कटारिया ने 3डी प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी इन न्यूरो सर्जरी पर पत्र वाचन किया। डॉ अमित मल्होत्रा ने ब्रोवींग बग पिगमेंशन न्यू डरमेटोस डिसक्राइब्ड फार्म इंडिया पर पत्र वाचन किया। डॉ देवेन्द्र लड्ढा ने प्रेनालास्टिक एरर में लीड टू एरर इन डाइग्नोसिस एंड ट्रीटमेंट’ पर शोध पत्र वाचन किया। राजस्थान मेडिकल काउंसिल के अध्यक्ष डॉ जगदीश मोदी उप अधीक्षक एसएमएस हास्पिटल एवं प्रभारी ट्रोमा एंड डिजास्टर मैनेजमेंट के सहयोग से देश विदेश से आमंत्रित डाक्टर्स ने श्री आरएलजेटी अस्पताल का अवलोकन किया। आरएलजेटी अस्पताल एवं रिसर्च सेंटर के माडूलर आपरेशन थियेटर में लीवर प्रत्यारोपण, रोबोटिक्स हेयर ट्रांसप्लांट, आर्टिफिशियल कार्निया ट्रांसप्लांट इत्यादि की वीडियो रिकार्डिंग का लाइव प्रसारण किया गया। डॉ जेसी जैन, सीएचएमओं डॉ सुभाष खोलिया, डॉ कैलाश राहड़ सहित पंैतालीस डाक्टर्स का सम्मान किया गया। लगभग पांच सौ मरीजों को देखा गया।