पेट्रोल-डीजल की दरों का विरोध करने पहुंचे विधायक, ग्रामीणों ने कहा पेट्रोल नहीं पीने के लिए पानी चाहिये
दांतारामगढ़,[लिखा सिंह सैनी] पेट्रोल-डीजल की मूल्य वृद्धि के विरोध में दांतारामगढ़ उपखंड मुख्यालय पर कांग्रेस की ओर से आयोजित धरने प्रदर्शन में अजीबो – गरीब हालात हो गए। यहां धरना देकर प्रदर्शन करने आए विधायक वीरेंद्र सिंह के सामने ही ग्रामीण पानी की समस्या को लेकर प्रदर्शन करने पहुंच गए। जिन्होंने विधायक के सामने पहले तो जमकर नारेबाजी की फिर कहा कि हमें पीने के लिए पेट्रोल नहीं पानी चाहिए। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि लंबे समय से इलाके में पेयजल समस्या को लेकर त्राहि-त्राहि मची हुई है लेकिन आपने कभी भी ग्रामीणों की सुध नहीं ली। कहा कि पेट्रोल डीजल की बढ़ी दरों को लेकर तो आप धरना प्रदर्शन करने पहुंच गए, लेकिन पेयजल समस्या को लेकर कभी दांतारामगढ़ की आवाज को बुलंद नहीं किया। काफी देर के प्रदर्शन के बाद ग्रामीण समझाइश के बाद वहां से लौटे।
धरने में भूले सोशल डिस्टेंसिंग – धरने में कांग्रेसी कार्यकर्ता भारी संख्या में जमा हुए। जिन्होंने पेट्रोल व डीजल की मूल्य वृद्धि के विरोध में केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। कहा कि लॉकडाउन की आर्थिक मार के बीच सरकार का पेट्रोल व डीजल के दामों में बढ़ेातरी के बोझ ने आमजन का बेहाल कर दिया है। लेकिन विधायक की अगुआई वाले धरने में कार्यकर्ता खुद सोशल डिस्टेंसिंग को भूलते नजर आए। काफी देर धरना प्रदर्शन के बाद कांग्रेस कमेटी की ओर से राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर पेट्रोल व डीजल की कीमत बढ़ोत्तरी को वापस लेने की मांग की गई।
क्या अब प्रशासन करेगा मुकदमा? – कुछ दिन पूर्व करणीपुरा में ग्रामीणों ने पेयजल समस्या व खाद्य सामग्री वितरण को लेकर धरना प्रदर्शन किया तो उनके खिलाफ प्रशासन द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की अनदेखी व धारा 144 के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किया गया था। ऐसे में आज के धरने प्रदर्शन में भी सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं होने पर लोग यही सवाल करते नजर आए कि क्या अब भी प्रशासन वैसा मुकदमा दर्ज करेगा?