झुंझुनूताजा खबर

कोरोना संक्रमित 40 में से 32 लोगों की रिपोर्ट आई नगेटिव

वहीं 17 पहुंच चुके है घर, झुंझुनूं के लिए अच्छी खबर

झुंझुनूं, झुंझुनूं जिले में प्रदेश का पहला कोरोना पॉजीटिव मरीज मिला था। जिसके बाद झुंझुनूं जिला अचानक सुर्खियों में आ गया था। इसके बाद भी झुंझुनूं काफी दिनों तक प्रदेश में तीसरे नंबर पर रहा। लेकिन अब हालात बदल चुके है। झुंझुनूं के पूरे प्रदेश में नौवें स्थान पर है। वहीं कोरोना संदिग्धों के सैंपल लेने के मामले में झुंझुनूं ने कोई कसर नहीं छोड़ी और झुंझुनूं का सैंपल लेने वाले जिलों में चौथा नंबर है। सीएमएचओ डॉ. प्रतापसिंह दूतड़ तथा डॉ. छोटेलाल गुर्जर ने बताया कि झुंझुनूं जिले में अब 40 पॉजीटिव केस मिले है। जिनमें से 32 केस पॉजीटिव से नगेटिव हो गए है। इनमें से 17 ऐसे लोग भी शामिल है जो अब संक्रमण मुक्त होकर घर आ गए है और उनका होम आइसोलेशन चल रहा है। उन्होंने बताया कि झुंझुनूं जिले में जितने पॉजिटिव केस थे उनके सभी के कॉन्टेक्ट पर्सन के सैंपल ले लिये गए है।
अब 23 पॉजीटिव केस भर्ती – अब झुंझुनूं के 40 पॉजीटिव केस में से 23 पॉजीटिव केस ही भर्ती है। इनमें से 12 जयपुर के एसएमएस अस्पताल में, छह बीडीके अस्पताल झुंझुनूं में तथा पांच आरयूएचएस जयपुर में भर्ती है। शेष 17 केस पॉजीटिव से नगेटिव होने के बाद और उनकी दो-दो रिपोर्ट नगेटिव होने के बाद उन्हें घर के लिए डिस्चार्ज कर दिया गया है।
गुढ़ा में संक्रमण फैलाने वाले व्यक्ति समेत 32 हुए नगेटिव – गुढ़ागौडज़ी में संक्रमण फैलाकर अपने परिजनों और मोहल्ले के लोगों को संक्रमित करने वाला व्यक्ति भी आज गुरुवार को नगेटिव आ गया है। अब मंडावा में एक व नवलगढ़ के दो व्यक्ति तथा गुढ़ागौडज़ी के पांच लोग पॉजीटिव है। शेष सभी नगेटिव हो गए है।
क्वारेंटराइन और आइसोलेशन सेंटर भी हुए खाली – उन्होंने बताया कि झुंझुनूं में हालात अब सुधर रहे है। यही कारण है कि झुंझुनूं जिले में स्थापित किए गए क्वारेंटाइन और आइसोलेशन सेंटर भी अब खाली हो गए है। झुंझुनूं में वर्किंग मोड पर चल रहे सात सेंटर में अब एक भी संदिग्ध नहीं है। इनमें राणी सती मंदिर, जेजेटी चुड़ैला, थ्री डॉट्स स्कूल झुंझुनूं, बंधे का बालाजी झुंझुनूं, दुराना, श्रीधर यूनिवर्सिटी चिड़ावा व मंडावा के दो होटल शामिल है। इसके अलावा अब सिंघानिया यूनिवर्सिटी पचेरी में 22, नवलगढ़ के चार सेंटरों पर 135, गुढ़ा में 57, पीरामल बगड़ में 16 तथा खेमी शक्ति में पांच संदिग्ध अभी भर्ती है। लेकिन इनमें से भी 118 के करीब संख्या बाहर से आए जमातियों की है। जिन्हें भी रवाना किया जा रहा है। इसके बाद जिले में करीब 200 ही संदिग्ध बचेेंगे जो क्वारेंटाइन या फिर आइसोलेशन में रहेंगे।
गम्भीर बीमारियों वाले मरीजों के लिये लगाई 11 मोबाइल मेडिकल वैन, 370 मरीजों ने उठाया लाभ – सीएमएचओ ने बताया कि अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह के निर्देशों में जिले में डायबिटीज, हाइपर टेंसन जैसी गम्भीर बीमारियों से ग्रसित लोगों के लिये मेडिकल मोबाइल वेन की सर्विसेज आज गुरुवार से शुरू की है जो जरूरतमंद लोगों के बीच कैम्प लगाकर सेवाएं देगी वेन में डॉक्टर सहित पीएचसी स्तर की सभी सुविधाएं मौजूद रहेगी। जिले में आठ मोबाइल वैन संचालित थी। जिन्हें सरकार के आदेश के बाद फिर से एक्टिव कर दिया गया है। इसके अलावा तीन और प्राइवेट अस्पतालों से वैन लेकर उन्हें जिले में एक्टिव किया गया है। ताकि वे लोगों की जांच कर सके। उन्होंने बताया कि हर वैन में पीएचसी स्तर की सुविधाएं मौजूद है। पूर्व में संचालित आठों वैन को ब्लॉक मुख्यालयों पर लगाया गया है। जबकि मंडावा, बिसाऊ और गुढ़ागौडज़ी में भी तीन एक्स्ट्रा वैन लगाई गई है। सभी मोबाइल वैन से 370 मरीजों ने लाभ उठाया।
पीसीआर लैब भी मिलेगी जल्द ही – सीएमएचओ ने बताया कि झुंझुनूं में कोरोना संदिग्ध लोगों के सैंपलों की जांच के लिए पीसीआर लैब जल्द ही झुंझुनूं में स्थापित हो जाएगी। उन्होंने बताया कि दो-तीन दिन में मशीन आने की उम्मीद है। इसके एक पार्टस को अलवर से मंगवाया जा रहा है। जिसके निर्देश मिले थे। अलवर में मशीन का बायो सेफ्टी पार्टस रखा था। जिसे मंगवाने के लिए वाहन भिजवाया जा चुका है। अब मशीन आने की ही देर है। यदि मशीन आ जाती है तो एम्स जोधपुर की टीम इंसपेक्शन के लिए आएगी। जिसकी हरी झंडी मिलते ही इसका काम शुरू हो जाएगा। जिसका फायदा ना केवल झुंझुनूं, बल्कि शेखावाटी और अन्य जिलों को भी मिलेगा। उन्होंने बताया कि इस लैब का इंसपेक्शन आईसीएमआर द्वारा किया जाता है। लेकिन आईसीएमआर ने इसके लिए एम्स जोधपुर को अधिकृत कर दिया है।
तीन बसों से भिजवाए जाएंगे 118 जमाती – सीएमएचओ ने बताया कि दुराना, चुड़ैला, बिसाऊ, मलसीसर, नवलगढ़ सहित अन्य जगहों पर 118 जमातियों को रोका गया है। ये जमाती हरियाणा के न्हूं, पाली, सवाईमाधोपुर, टोंक, किशनगढ़ अजमेर, लाडनूं, सीकर और दौसा के रहने वाले है। जिनकी दो-दो बार रिपोर्ट नगेटिव आ चुकी है और इन्हें 14 दिन से ज्यादा का समय हो गया है। इन्हें भेजने की तैयारी कर ली गई है। रोडवेज ने भी तीन बसों की अनुमति प्राप्त करने के लिए आवेदन कर दिया है जो कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद रवाना कर दिए जाएंगे। इनमें सीकर, जयपुर, दौसा और चित्तौडग़ढ़ के लिए बस जाएगी।

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