आदर्श समाज समिति इंडिया ने
सूरजगढ़, देश में गरीब, कमजोर व दलित समाज पर बढ़ रहे अत्याचार के खिलाफ आदर्श समाज समिति इंडिया द्वारा आक्रोश जताया गया है। धर्मपाल गांधी के नेतृत्व में महामहिम राष्ट्रपति महोदय को ज्ञापन भेजकर दलितों पर हो रहे अत्याचार पर अंकुश लगाने का अनुरोध किया है। वर्तमान परिदृश्य में पूरे देश का माहौल खराब हो रहा है। देश के विभिन्न प्रांतों में बलात्कार, हत्या, डकैती, अपहरण, गैंगरेप, दलितों का उत्पीड़न, वंचित वर्ग की जमीनों पर कब्जा, महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ रही हैं।लॉ एंड ऑर्डर ध्वस्त हो रहा है। आदर्श समाज समिति इंडिया के अध्यक्ष धर्मपाल गांधी ने बताया कि देश में दिन-प्रतिदिन गरीब, कमजोर, वंचित वर्ग, दलित समाज व महिलाओं पर अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं। दलितों को बर्बरता से मारना, जिंदा जलाना, नाबालिग लड़कियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म करना, दलित समाज की जमीनों पर कब्जा करना, विरोध करने पर या शिकायत करने पर उनको जान से मार देना। कई राज्यों में आम बात हो गई है। उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, बिहार आदि राज्यों में दलितों पर सबसे ज्यादा अत्याचार हो रहे हैं। राजस्थान में भी दलितों पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ रही हैं। दलितों पर अत्याचार करने वाले अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण हासिल होता है। इसलिए पुलिस प्रशासन भी दलितों की सुनवाई नहीं करता है। कई बार तो पुलिस कस्टडी में ही क्रूरता से दलित समाज के सदस्यों की हत्या कर दी जाती है। भ्रष्ट राजनेताओं व भ्रष्ट अधिकारियों के चलते दलित समाज पर सबसे ज्यादा अत्याचार हो रहे हैं। मानवाधिकार व एससी/एसटी आयोग भी दलितों पर हो रहे अत्याचारों पर खामोश रहते हैं। दलित समाज के लोग शिकायत करें तो भी किससे करें। राजनीति में भी भ्रष्ट और अपराधी प्रवृत्ति के लोगों का प्रवेश हो गया है। सरकार में बैठे राजनेता अपने स्वार्थ के लिए देश में अस्थिरता का माहौल बना रहे हैं। देश में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। लेकिन सरकार में बैठे राजनेता अपना स्वार्थ सिद्ध करने के लिए एक दूसरे से लड़ रहे हैं। सरकार गिराने का षडयंत्र रच रहे हैं। ऐसे लोग कभी जनता का भला नहीं कर सकते हैं। आपदा में लोगों के दुख दर्द से इनका कोई संबंध नहीं है। यह सिर्फ अपने स्वार्थ के लिए जी रहे हैं। लॉक डाउन व कोरोना काल में दलितों पर सबसे ज्यादा अत्याचार हो रहे हैं। मध्य प्रदेश के गुना में दलित दंपति व नाबालिग बच्चों की पुलिस प्रशासन द्वारा बेरहमी से पिटाई करना, यह साबित करता है कि राज्य में जंगलराज है। यूपी में भी दो महिलाओं ने मुख्यमंत्री कार्यालय लोक भवन के सामने आत्मदाह करने की कोशिश की है। जमीन के किसी मामले में प्रशासन द्वारा उनकी कोई सुनवाई नहीं होने पर उन्होंने ऐसा कदम उठाया है। भ्रष्ट अधिकारी व भू माफिया मिलकर दलित समाज पर अत्याचार कर रहे हैं। सरकार में शामिल नेता भी उनसे मिले हुए हैं। ऐसी स्थिति में दलितों की कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। आदर्श समाज समिति इंडिया द्वारा महामहिम राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर दलितों पर हो रहे अत्याचार पर अंकुश लगाने व अधिकारों की रक्षा करने का अनुरोध किया है। ज्ञापन भेजने व आक्रोश जताने वालों में एडवोकेट हजारीलाल सुनियां, पवन कुमार मेघवाल, एडवोकेट संदीप महरिया, धर्मपाल गांधी, एडवोकेट उम्मेद सिंह, अरविंद, राजकुमार, रामचंद्र, राजेंद्र कुमार, संजय कुमार, दिनेश, महेंद्र कुमार, रवि कुमार, सोनू, अमित, पिंकी नारनोलिया, सुनील, कपिल, पूनम,अशोक आदि अन्य कार्यकर्ताओं ने आक्रोश जताया।