सीकर, पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय सीकर द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के उपलक्ष्य में 21 फरवरी से 28 फरवरी 2024 तक स्वभाषा सप्ताह के अंतर्गत “सोशल मीडिया–वरदान या अभिशाप” विषय पर वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का आयोजन विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग द्वारा किया गया।
प्रतियोगिता में सभी प्रतिभागियों ने अपनी मातृभाषा में विषय के पक्ष और विपक्ष में अपने विचार व्यक्त किए, जिसमें छात्र मुकेश बाड़ोदिया ने प्रथम स्थान, संदीप सेवदा से द्वितीय स्थान और पूजा कुमारी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ अनिल कुमार राय, डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ रविंद्र कुमार कटेवा, सहायक कुलसचिव डॉ संजीव कुमार द्वारा प्रतियोगिता के विजेताओं को ट्रॉफी और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। अन्य सभी प्रतिभागियों को भी प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर डॉ राय ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि सोशल मीडिया ना वरदान है ना अभिशाप। उन्होंने कहा कि अति हर किसी की नुकसानदायक होती है, हमें इसका आदी नहीं होना चाहिए। सोशल मीडिया शिक्षा के लिए एक शक्तिशाली उपकरण हो सकता है, लेकिन इसका उपयोग सावधानी और जिम्मेदारी से किया जाना चाहिए। शिक्षकों और छात्रों को सोशल मीडिया के लाभों और जोखिमों के बारे में पता होना चाहिए और इसका उपयोग शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए करना चाहिए।
प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल की भूमिका सहायक आचार्य डॉ भोमाराम, डॉ राजेश सैनी और डॉ मनेश कंवर ने निभाई। सभी अतिथियों का स्वागत असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ रानी सिंह ने और धन्यवाद ज्ञापित असिस्टेंट प्रोफेसर रहीम खान ने किया। प्रतियोगिता में मंच संचालन छात्र मोहित चौहान और मनोज कुमार सैन ने किया।प्रतियोगिता को सफल बनाने में स्टुडेंट कोऑर्डिनेटर शैलेश बराला, विकास चौधरी, प्रियंका रनवा, राहुल, सुभाष चंद्रा आदि ने सहयोग दिया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय में संचालित पाठ्यक्रमों के शिक्षकगण, सभी कर्मचारी और छात्र उपस्थित रहें।