ढाणा व हीरवा में
सिंघाना, कस्बे के हिरवा व ढाणा में गणेश महोत्सव मनाया जा रहा है। ढाणा के ठाकुर जी मंदिर में गणेश चतुर्थी महोत्सव की शुरुआत हुई। ढाणा सरपंच प्रतिनिधि विकास सैनी ने बताया मंदिर में गणेश जी की मूर्ति की स्थापना पंडित मंगल चंद शर्मा ने विधि विधान से स्थापित की गई है इस मौके पर घनश्याम सैनी मुकेश कुमार राजेंद्र सैनी लक्ष्मण सुनील अशोक कमल विशाल रोहतास सांवरमल व श्याम भक्त मंडल के सदस्य उपस्थित रहे। वहीं हीरवा में सोमवार को गणेश चतुर्थी के उपलक्ष पर गांव के मेन चौक बनियों के मोहल्ले में गणेश महाराज विराजमान किए। जिसको लेकर 12 बजे पूजा अर्चना व फूलों से गणेश जी महाराज का श्रृंगार किया गया लोगों ने गणपति बप्पा मोरिया के जयकारे लगाए उसके बाद में सभी को गणेश जी महाराज का प्रसाद वितरित किया गया बताया जाता है कि गणेश चतुर्थी भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को मनाई जाती है। मान्यता है कि गणेश जी का जन्म भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को मध्यकाल में सोमवार को स्वाति नक्षत्र और सिंह लग्न में हुआ था। इसलिए यह चतुर्थी विनायक चतुर्थी भी कहलाती है। इस दिन चन्द्रमा को श्रापित करने के चलते इसे कलंक चतुर्थी भी बोला जाता है। पंडित पुनीत शर्मा ने बताया कि इस दिन चन्द्र दर्शन नहीं करना चाहिए। वरना झूठे कलंक का भागी होना पड़ता है। भगवान कृष्ण पर भी इस कारण स्यमन्तक मणी चुराने का मिथ्या आरोप लगा था। मौके पर मौजूद लोग नारायण सिंह शेखावत , ओम प्रकाश अग्रवाल , शिवकुमार अग्रवाल , घनश्याम दास अग्रवाल , सुशील अग्रवाल , रामवीर शेखावत , श्याम सुंदर शर्मा, व गांव के भक्तगण मौजूद रहे।