झुंझुनू के औषधि नियंत्रण अतिरिक्त अधिकारी विजय कुमार सिंघल आज बीस हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार हो गए। सीकर एसीबी के डीवाईएसपी कमल प्रसाद ने बताया कि चिड़ावा के कुलदीप ने शिकायत की थी कि उसका आधार मेडिकल स्टोर का लाइसेंस निरस्त हो गया जिसको रिन्यूअल करवाने के लिए उसने जब फाइल औषधि नियंत्रण अधिकारी के पास भेजी तो रिश्वत के रूप में उसने 50000 रूपये की मांग की। जब पैसे नहीं देने की बात हुई तो अधिकारी ने फाइल में कमियां निकाल कर पीड़ित की फाइल वापस लौटा दी। आखिरकार 30000 रूपये में सौदा तय हुआ जिसकी शिकायत पीड़ित कुलदीप ने सीकर एसीबी मे की जब सत्यापन करवाया तो शिकायत सही पाई गई और आज 20000 रूपये की रिश्वत लेते हुए औषधि नियंत्रण अधिकारी विजय कुमार सिंघल को गिरफ्तार कर लिया और नियंत्रण अधिकारी के आवास पर भी एसीबी ने छापा मारकर जांच पड़ताल की है। वहीं पीड़ित कुलदीप ने बताया कि उसका पहले से ही झुंझुनू में मेडिकल स्टोर था अब चिड़ावा में मेडिकल स्टोर के लिए फाइल लगाई थी। जब उसने 17 तारीख को फाइल लगाई तो 50000 रूपये की राशि की मांग की जिसको उसने देने में असमर्थता जताई आखिरकार 30000 रूपये में बात हुई। इसी दौरान उसने एसीबी में शिकायत कर दी। आज अधिकारी को बाकि के बीस हजार रूपये देकर रंगे हाथों गिरफ्तार करवा दिया। पीड़ित ने बताया कि इससे पहले भी यह विजय कुमार सिंघल औषधि नियंत्रण अधिकारी रिश्वत के पैसे लेते रहा है मगर पहले मांग छोटी थी अब मांग बड़ी हो गई।