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Video News – जिला कलेक्टर के आदेश की उड़ी धज्जियां, निजी स्कूल संचालकों की मनमानी कलेक्टर के आदेश पर पड़ी भारी

जिला कलेक्टर के आदेश की उड़ रही हैं धज्जियां

कलेक्टर आदेश के बावजूद क्षेत्र में निजी स्कूलें संचालित, निजी स्कूल संचालक नहीं कर रहे आदेश की पालना

उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र में चल रही है निजी स्कूलें

उदयपुरवाटी, [कैलाश बबेरवाल ] झुंझुनूं जिला कलेक्टर लक्ष्मण सिंह कुड़ी के आदेश जारी करने के बावजूद भी निजी स्कूल संचालक खुलेआम स्कूल संचालित कर आदेश की धज्जियां उड़ा रहे हैं। आपको बता दें कि जिला कलेक्टर लक्ष्मण सिंह कुड़ी ने शीतलहर को देखते हुए कक्षा नर्सरी से आठवीं तक 2 दिन की छुट्टियां बढ़ाई गई थी। जो 6 व 7 जनवरी 2023 तथा 8 जनवरी का रविवार अवकाश होने के कारण बच्चों की 3 दिन की छुट्टियां होनी थी। लेकिन इसके बावजूद भी स्कूल संचालक अपनी मनमर्जी करते हुए नर्सरी से आठवीं तक स्कूल संचालित कर रहे हैं। उदयपुरवाटी नायब तहसीलदार बृजेंद्र सिंह ने कलेक्टर के आदेशों की पालना करते हुए कस्बे की कई स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। जिसमें चुंगी नंबर तीन पर स्थित एसएमएस स्कूल का औचक निरीक्षण किया तो सैकड़ों बच्चे कक्षाओं में पाए गए। जिन की छुट्टी करवाई गई। साथ ही कस्बे की क्षितिज स्कूल का भी निरिक्षण किया। इसके पश्चात ग्रीन फ्लावर स्कूल का औचक निरीक्षण किया गया। जिसमें मौके पर छोटे बच्चे नहीं पाए गए। इसके अलावा बागोरा में स्थित एसएन पब्लिक स्कूल भी मौके पर संचालित मिली। जिसमें कक्षा नर्सरी से आठवीं तक लगभग बच्चे मौजूद मिले। इसके साथ ही उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र में लगभग निजी स्कूलें संचालित बताई जा रही है। नायब तहसीलदार बृजेंद्र सिंह ने कहा कि जो भी स्कूलें निरिक्षण के दौरान मौके पर संचालित मिली है। उनके खिलाफ मौका रिपोर्ट बनाकर जिला कलेक्टर सहित अन्य उच्चाधिकारियों को भेजने की बात कही। इधर सीबीईओ आत्माराम ने जिला कलेक्टर के आदेश की पालना करते हुए बताया कि प्रभा स्कूल, सरस्वती स्कूल, एसएमएस स्कूल, बीआर पब्लिक स्कूल, दीपक पब्लिक स्कूल, ग्रीन फ्लोवर स्कूल, एकता पब्लिक स्कूल सहित अन्य स्कूलों का औचक निरीक्षण किया जिन विद्यालयों में नर्सरी से आठवीं तक बच्चे पाए गए। उन्होंने बताया कि जिला कलेक्टर के आदेश देर शाम को आने की वजह से सूचना नहीं कर पाए जिन स्कूलों में बच्चे पाए गए। उनकी मौके पर ही छुट्टी कर दी गई। जिन स्कूलों में नर्सरी से आठवीं तक बालक-बालिकाएं मिले हैं उनकी मौका रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। जो उच्च अधिकारियों को भेज दी जाएगी।

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