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आयुक्त विनयपालसिंह व पार्षद मनोज कुमावत को एक लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथों किया गिरफ्तार

झुंझुनूं नगर परिषद के

एसीबी जयपुर टीम ने शुक्रवार को बड़ी कारवाई करते हुए झुंझुनूं नगर परिषद के आयुक्त विनयपालसिंह व वार्ड 8 के भाजपा पार्षद मनोज कुमावत को एक लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। रिश्चत आरोपियो द्वारा जमीन पर प्लाटिंग जारी रखने की एवज में ली गई थी। जयपुर एसीबी के एएसपी देशराजसिंह यादव ने बताया कि परिवादी आरिफ मोहम्मद उर्फ मथरा ने शिकायत दी थी सीकर रोड पर पुलिस लाईन के सामने खाली जमीन पर प्लॉटिंग का काम कर रहा था जिस पर नगर परिषद की और से बिना कोई नोटिस दिए कार्रवाही करते हुए काम बंद करवाया दिया था। तथा दुबारा काम शुरू करवाने की एवज में आयुक्त नगर परिषद द्वारा पार्षद मनोज कुमावत के मार्फत 4 लाख रूपए की रिश्वत राशी की मांग की गई। इसके लिए पार्षद मनोज कुमावत ने परिवादी से संर्पक किया और बताया कि नगर परिषद आयुक्त विनयपालसिंह से मेरी अच्छी जान पहचान है में तुम्हारा काम करवा दूंगा। जिसकी एवज में मनोज ने 4 लाख रूपए रिश्वत की मांग की थी। यादव ने बताया कि शिकायत मिलने पर फरवरी 2019 में इसका सत्यापन करवाया और पार्षद मनोज ने परिवादी के घर पर जाकर 50 हजार रूपए नगर परिषद आयुक्त को देने के नाम से लिए थे जो सही पाया गया। फिर पार्षद ने परिवादी आरिफ को आयुक्त विनयपालसिंह से मिलवाया तो उन्होंने कहा की रूपयों के लेन देन की बात मनोज कर लेगा तथा फिलहाल तुम अभी वहां पर पर्दे आदि लगाकर काम कर लेना कोई तुम्हें परेशान नहीं करेगा। एएसपी यादव ने बताया कि इसके बाद होली वाले दिन भी कार्रवाही करने की कोशिश की एवं परिवादी एक लाख रूपए लेकर भी आ गया था लेकिन पार्षद ने पुरे साढ़े तीन लाख रूपए एक साथ लेने के लिए बोला तथा उसने रूपए लिए नही थे। इसके बाद दो बार एसीबी की और से कार्रवाही करने का प्रयास किया गया लेकिन पार्षद सारे रूपए एक साथ लेने की बात करता रहा। दो- तीन दिन पहले पार्षद ने फिर परिवादी से बोला की जो भी तुम्हारे पास रूपए है दे दो क्योंकी नगर परिषद आयुक्त मांग रहा है। जिस पर जयपुर एसीबी की टीम ने कार्रवाही करते हुए कलर लगे हुए रूपए परिवादी को दिए तथा पार्षद मनोज रूपए लेने के लिए उसके घर ही आ गया जहां रंगे हाथो उसको आयुक्त के लिए ली गई 1 लाख रूपए की राशी के साथ एसीबी ने दबोच लिया। इस मामले में पार्षद एवं आयुक्त की मिलीभगत होने तथा आयुक्त द्वारा रिश्वत की राशी पार्षद के माध्यम से ली गई जिस पर विनयपालसिंह को भी गिरफतार कर लिया गया।

  • आयुक्त की घर की तलाशी – रंगे हाथ रिश्चत लेते पकडे जाने के बाद आरोपियो से करीब चार पाच घंटे पुछताछ की गई। टीम द्वारा आयुक्त विनयपाल के घर पिलानी टीम भेजकर तलाशी भी ली गई।
    -परिवादी आरीफ ने लगाये सभापति पर आरोप -परिवादी मोहम्मद आरीफ ने मामले में आयुक्त व पार्षद के अलावा सभापित सुदेश अहलावत पर भी डरा धमकाकर पैंसे मांगने का आरोप लगाया है। आरीफ ने बताया की सभापति सुदेश अहलावत व आयुक्त विनयपाल द्वारा जमीन पर प्लाटिंग को जारी रखने की मांग को लेकर शुरूआत में 15 लाख रूपये की मांग की गई थी। उसके बाद पार्षद मनोज कुमावत ने परिवादी को आयुक्त से अच्छी जान पहचान होने की बात कहकर मामले को 4 लाख रूपय में करवाने की बात कही । वहीं रिश्वत के मामले में पकड़े गए दोंनो आरोपियों को एसीबी द्वारा शनिवार को जयपुर न्यायालय में पेश किया जाएगा।
    -नगरपरिषद में बढा भ्रष्टाचार खेल – पिछले काफी समय से कांग्रेस के पार्षदों नगर परिषद में सभापति व आयुक्त पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत कलेक्टर और उच्च अधिकारियों को भी की थी। इसके अलावा नगर परिषद के ठेकेदारों का भुगतान भी नही किया जा रहा था। जिसको लेकर ठेकेदारों ने कलेक्टर से भी शिकायत कर भुगतान करवाने की मांग की थी।
    पार्षदो का लगा तांता – जैसे ही एसीबी द्वारा नगरपरिषद में कारवाई की भनक पार्षदो की लगी वैसे वैसे नगरपरिषद में पार्षदगणो की भीड़ लग गई । इसके अलावा पुछताछ के दौरान नगरपरिषद में पुलिस जाब्ता भी तैनात रहा।

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