कहा-जागरुकता से ही होंगे मुकाबले में सक्षम
चूरू, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को कोरोना वायरस को लेकर हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिला कलक्टर, सीएमएचओ एवं चिकित्सा स्वास्थ्य से जुड़े अधिकारियों को निर्देश दिए कि विश्व के 152 देशों में फैल चुके कोरोना वायरस को लेकर गंभीरता बरतें और मेलों, आयोजनों, सार्वजनिक स्थलों एवं अन्य भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। इस दौरान चूरू कलक्ट्रेट स्थित राजीव गांधी आईटी केंद्र में जिला कलक्टर संदेश नायक, सीएमएचओ डॉ भंवर लाल सर्वा, पीएमओ डॉ गोगाराम, डॉ एफएच गौरी, प्रोग्रामर नरेश टुहानिया सहित चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारीगण मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को बीमारी की गंभीरता और विश्वभर में इसके असर के बारे में भी बताया जाए। कोरोना वायरस की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे महामारी और अमेरिका ने इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित किया है। उन्होंने कहा कि लोगों को इस बात के लिए जागरूक करना होगा कि यह वायरस तेजी से फैलता है, इसलिए किसी भी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचना जरूरी है। उन्होंने कहा कि चीन के बाद इटली और ईरान में भी हालात गंभीर हैं और संक्रमण तेजी से फैल रहा है। अमेरिका एवं यूरोपीय देशों सहित विश्व के कई देशों में यह वायरस फैल चुका है। विश्वभर में अभी तक 5 हजार 800 से ज्यादा लोगों की मौत इस वायरस के कारण हो चुकी है। गहलोत ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में एसडीएम एवं बीडीओ के स्तर पर सरपंचों व स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ चर्चा कर इस वायरस के बारे में जागरूकता पैदा करने की जरूरत है। इस बात का प्रयास किया जाए कि लोग खुद समझदारी दिखाएं और भीड़भाड़ वाली जगहों पर नहीं जाएं। प्रदेश की जनता जागरुक हो जाएगी तो हम इस वायरस का मुकाबला करने में सक्षम होंगे। गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि प्रदेश में वर्षो से आयोजित होने वाले मेलों एवं अन्य धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन पर किसी तरह की रोक न लगाकर स्थानीय स्तर पर लोगों को जागरुक किया जाए ताकि वे भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। उन्होंने जिला कलक्टर एवं अन्य अधिकारियों को निर्देश दिए कि मेलों एवं कार्यक्रमों के आयोजकों तथा प्रबंधकों के साथ चर्चा कर सुनिश्चित करें कि ज्यादा भीड़ इकठ्ठी नहीं की जाए ताकि वायरस का व्यापक स्तर पर संक्रमण होने की कोई आशंका नहीं हो। पैम्पलेट, बैनर, हॉडिर्ंग्स, शॉर्ट फिल्म जैसे माध्यमों का इस्तेमाल कर लोगों को इस वायरस के बारे में जागरुक किया जाए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से छपवाए पैम्पलेट लोगों में बांटे जाएं। उन्होंने आशा सहयोगिनियों, एएनएम एवं नसिर्ंग छात्रों का सहयोग लेकर ज्यादा से ज्यादा जागरुकता फैलाने और बीमारी के किसी तरह के लक्षण दिखाई देने पर व्यक्ति की तुरंत जांच कराने के निर्देश दिए। गहलोत ने जिला कलक्टर एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित करें कि मास्क एवं सेनिटाइजर सहित जरूरी उपकरणों एवं वस्तुओं की कालाबाजारी नहीं हो। किसी तरह की शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाए। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा ने कहा कि टीमें गठित कर घरों का सर्वे करवाया जाए। सीएमएचओ जिला स्तर पर मॉनिटरिंग करें। ईरान से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने बीमारी से बचने के उपायों के व्यापक प्रचार-प्रसार पर जोर देने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव डीबी गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) रोहित कुमार सिंह ने भी आवश्यक निर्देश दिए। इस अवसर पर सचिव चिकित्सा शिक्षा वैभव गालरिया, सचिव स्कूल शिक्षा मंजू राजपाल, एनएचएम निदेशक नरेश ठकराल, सूचना एवं जनसम्पर्क आयुक्त महेन्द्र सोनी, स्टेट हैल्थ एश्यारेंस एजेंसी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी शुचि त्यागी, राजस्थान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ राजाबाबू पंवार तथा एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिन्सिपल डॉ सुधीर भण्डारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।