सरपंच पर चहेतों को काम देने का आरोप लगाते हुए
श्रीमाधोपुर,[महेन्द्र खडोलिया] मूंडरू कस्बे के जालपाली की ढाणी में स्थित जोहड़ा में नरेगा के काम से वंचित महिलाओं ने सरपंच पर अपने चहेतों को काम देने का आरोप लगाते हुए दूसरे दिन भी विरोध प्रदर्शन जारी रखा। जानकारी के अनुसार मूंडरू ग्राम पंचायत की जालपाली की ढाणी की महिलाओं द्वारा नरेगा में नाम लिखवाने के बावजूद भी नाम नहीं आने पर नाराजगी जताते हुए जोहडे में काम करने आई महिलाओं को काम नही करने दिया तथा सरपंच के खिलाफ मनमानी का आरोप लगाते हुए विरोध पर बैठ गई। विरोध की सूचना पर विकास अधिकारी संपत सैनी ने ग्रामसेवक मनोहर सिंह को मौके पर भेजकर महिलाओं को मंगलवार तक नये मस्टररोल में नाम दर्ज करने का आश्वासन देखकर विरोध प्रदर्शन को खत्म करवाया। लेकिन आज रविवार सुबह जैसे ही गांव की महिलाएं जोहड़े में काम करने पहुंची तो स्थानीय नरेगा महिलाओं ने उनको काम शुरू नहीं करने दिया और कहा कि जब तक उनका नाम नहीं आएगा तब तक काम शुरू नहीं होगा। बातों ही बातों में स्थानीय महिला मजदूर व गांव की महिलाओं के बीच विवाद फैल गया। मौके पर उपस्थित लोगों ने समझाइश करके महिलाओं को अलग अलग किया। गांव से काम करने आई महिलाओं का आरोप है कि स्थानीय पुरुषों ने उन्हें काम नहीं करने दिया व गाली गलौज किया। वही स्थानीय लोगों का कहना है कि महिलाओं का आरोप झूठा है। लॉकडाउन व धारा 144 लगी होने के बावजूद भी जोहड़े में 200 से अधिक महिला व पुरुष इकट्ठे हो गए लेकिन प्रशासन ने कोई सुध नहीं ली। जब मीडिया ने विकास अधिकारी से संपर्क किया तथा लॉकडाउन के दौरान बिना मास्क पहने एक साथ सैकड़ों से अधिक लोग इकट्ठे होने की बात का जिम्मेदार प्रशासन को ठहराया तो विकास अधिकारी ने तुरंत प्रभाव से नया मस्टररोल जारी करके स्थानीय महिलाओं के नाम दर्ज करवाएं तथा ग्राम सेवक व जेटीओ सुमित्रा देवी को मौके पर भेजा। जेटीओ ने नए मस्टररोल में महिलाओं के नाम दर्ज होने की जानकारी देकर जॉब कार्ड नंबर बताएं तब जाकर महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन को बंद किया ।