ऑनलाइन संबोधित करेंगे सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत
26 अप्रैल को स्वयंसेवकों को
जयपुर, [वर्षा सैनी ] वैश्विक महामारी कोरोना और इसके पश्चात उत्पन्न चुनौतियों से सामना करने हेतु स्वयंसेवको व उनके साथ लगे समाज बंधुओं को
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डाॅ. मोहन भागवत 26 अप्रैल रविवार शाम पांच बजे संबोधित करेंगे। अक्षयतृतीया पर संघ के परम्परा में यह नवाचार.होगा कि सरसंघचालक स्वयंसेवकों के साथ सार्वजनिक रूप से समाज को भी को ऑनलाइन संबोधित करेंगे। डा० राजेश लोया के अनुसार डॉ. भागवत वर्तमान परिदृश्य एवं हमारी भूमिका विषय पर अक्षय तृतीया के दिन नागपुर महानगर द्वारा आयोजित बौद्धिक वर्ग में सोशल मीडिया के माध्यम से अपने विचार रखेंगे। लाइव होगा इस बौद्धिक का संघ के नाम से अधिकृत आरएसएस ओआरजी यूट्यूब चैनल और फेसबुक पेज पर सीधा प्रसारण किया जाएगा। देश में कोरोना संक्रमण के कारण गंभीर परिस्थिति के समय में वे स्वयंसेवकों से सीधे प्रत्यक्ष होंगे। ऐसे में स्वयंसेवकों समेत उनके परिवारों तथा समाज जीवन के अन्य संघ हितैषी ,सज्जन शक्ति को भी सरसंघचालक का बौद्धिक सुनने के लिए स्वयंसेवकों द्वारा सूचित किया जा रहा है। उनके इस बौद्धिक वर्ग में तालाबंदी खुलने के बाद की परिस्थिति को किस तरह से संभाला जाए, अनुशासन, आनन्द आदि विषयों पर भी महत्वपूर्ण संदेश समाज को दिए जाने की संभावना है। इससे पहले भी वर्ष प्रतिपदा 25 मार्च के दिन भी सरसंघचालक ने स्वयंसेवकों को सोशल मीडिया के माध्यम से संक्षिप्त संबोधन दिया था। डॉ. मोहन भागवत ने कोरोना वायरस के विरूद्ध लड़ाई में शारीरिक अन्तर को महत्वपूर्ण बताते हुए स्वयंसेवको से देश में फैले इस अदृश्य रोग से लड़ने का संकल्प दिया था। उन्होंने सभी स्वयंसेवको से कहा था कि संकट के घड़ी में वह सामाजिक अनुशासन का पालन करें, तत्व को ध्यान में रखकर दैनिक साधना में युगानुकूल परिवर्तन करें। उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन के बाद से ही स्वयंसेवकों ने व्यापक स्तर पर अब तक का सबसे बड़ा व सर्वस्पर्शी विविधआयामी सेवा अभियान एक माह से देशभर में चलाया हुआ है। शारीरिक अन्तर और बचाव के शासकीय निर्देशों की पालना करते हुए दो लाख से अधिक स्वयंसेवक प्रतिदिन लाखों अभावग्रस्त लोगों तक भोजन तथा दवाई के साथ आवश्यक सामान पहुंचा रहे हैं।