कांग्रेस- भाजपा में भितरघात की आशंका
सट्टा बाजार रीटा चौधरी को जीता रहा है 15 – 20 हजार मतों से
कांग्रेस भाजपा में है सीधी टक्कर
सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी व सांसद नरेंद्र कुमार खीचड़ व उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ की प्रतिष्ठा दांव पर
झुंझुनू , जिले के मंडावा विधानसभा उपचुनाव के लिए कल सोमवार को वोट डाले गए। मंडावा में हो रहा चुनाव राजनीतिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है वहीं कांग्रेस भाजपा में सीधा मुकाबला है। एक तरफ प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है तो दूसरी तरफ दिसंबर 2018 में पहली बार मंडावा विधानसभा चुनाव जीतने वाली भारतीय जनता पार्टी की इस उपचुनाव में अग्नि परीक्षा है कि वह अपनी सीट को बरकरार रख पाती है या नहीं। मतदान के बाद अब निगाहें 24 अक्टूबर को घोषित होने वाले परिणाम पर टिकी हुई है। उपचुनाव में झुंझुनू से भाजपा सांसद नरेंद्र कुमार खीचड़ व उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है। वहीं कुछ लोग दबी जुबान से कह रहे हैं कि इस उपचुनाव का हश्र भी सूरजगढ़ उपचुनाव जैसा हो सकता है उस सूरजगढ़ उपचुनाव में सत्तासीन भाजपा के कद्दावर नेता दिगंबर सिंह चुनाव हार गए थे जिसका ठीकरा निवर्तमान भाजपा सांसद संतोष अहलावत पर फूटा था। भितरघात की आशंका दोनों ही दलों के लिए चिंता का विषय है लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भारतीय जनता पार्टी में भितरघात होने की ज्यादा संभावना है क्योंकि पार्टी से टिकट मांग रहे नवरत्न सुशीला सीगड़ा को टिकट दिए जाने से नाराज थे जिसके चलते नवरत्नों द्वारा पार्टी की कार सेवा के कयास लगाए जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार वही सट्टा बाजार की बात करें तो वह कांग्रेस प्रत्याशी रीटा चौधरी को 15 से 20000 के मतों के अंतर से चुनाव जीता रहा है।