डॉ दिनेश यादव की डेपुटेशन पर दूसरी जगह ड्यूटी लगाने का कर रहे विरोध
सैकड़ो ग्रामीण ताला बंद कर मुख्य गेट के आगे बैठे
पिछले चार महीने से अस्पताल ही हो रही दुर्दशा
नर्सिग स्टॉफ के भरोसे चल रहा अस्पताल
सिंघाना, (नरेंद्र स्वामी) झुंझुनू जिले के सांवलोद में कहने को तो आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है तथा 10 गांवो के लिए यही एकमात्र अस्पताल है लेकिन व्यवस्थाओं की बात करें तो पिछले 4 महीने से एकमात्र डॉक्टर को फुटबॉल बना रखा है। अस्पताल में कार्यरत डॉ दिनेश यादव का डेपुटेशन पर कभी सिंघाना तो कभी बुहाना में भेज दिया जाता है सांवलोद में 10 गांवों से आने वाले मरीज परेशान होकर गाड़ी का किराया वहन करके निजी अस्पतालों में महंगा इलाज करवाने पर मजबूर हो रहे हैं। सांवलोद के ग्रामीणों ने डॉक्टर को स्थाई लगाने की मांग को लेकर शनिवार को सांवलोद, खानपूर, मेहराणा, पूहानिया, पालौता, ठोठवाल, सागा के ग्रामीण अस्पताल के गेट पर तालाबंदी करके बाहर धरने पर बैठ गए। ग्रामीणों की मांग है कि अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर रात को भी मरीजों को देखते हैं जो पिछले दो-तीन साल से उनके कार्यकाल में मरीजों को कोई परेशानी नहीं हुई। लेकिन अब मरीज परेशान हो रहे हैं। पिछले 4 महीने से अस्पताल को एकमात्र नर्सिंग स्टाफ के भरोसे छोड़ रखा है। छैलू राम, बैजू राम नेहरा ने बताया कि अगर डॉ दिनेश यादव का डेपुटेशन रद्द करके स्थाई नहीं लगाया तो अस्पताल के भी स्थाई ताला लगा दिया जाएगा। धरने में पूर्व सरपंच अशोक मेहरिया, उप सरपंच सुरेश नेहरा, दीनदयाल शर्मा, पवन नेहरा, छल्लूराम, राजू, विजय, अनिल जाखड़, विजय, सुशील, ओम प्रकाश, मधुसूदन, अशोक, नगेंद्र, राजेश, बंटी, रवि, पतौरी, बिमला, जगवन्ति, मनकोरी, सन्तोष, सरोज, प्रेम, अनिता, विनोद, सुनील सहित अनेक लोग उपस्थित रहे। सांवलोद के आदर्श राजकीय स्वास्थ्य केंद्र पर एक डॉक्टर सहित 12 सदस्यों का स्टाफ है लेकिन डेपुटेशन करके अस्पताल मात्र दिखावे का ही बचा है। एक डॉक्टर, एक नर्सिंग स्टाफ, एक लैब टेक्नीशियन को डेपुटेशन करके दूसरी जगह भेज रखा है जबकि हकीकत यह है की डेपुटेशन सभी का रद्द कर रखा है अस्पताल में एक आयुष चिकित्सक की भी पोस्ट खाली पड़ी है।