झुंझुनूताजा खबर

शराब की दुकानें खुलवाने का जताया विरोध

आदर्श समाज समिति इंडिया के तत्वावधान में सौंपा ज्ञापन

सूरजगढ़, आदर्श समाज समिति इंडिया के तत्वावधान में सूरजगढ नायब तहसीलदार सतीश राव व नीरज कुमारी को प्रधानमंत्री और राजस्थान के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर लॉक डाउन के दौरान शराब की दुकानें खुलवाने का विरोध जताया गया है। लॉक डाउन में महामारी के प्रकोप के समय शराब की दुकानें खुलवाना सरकार का बिल्कुल गलत निर्णय है। आदर्श समाज समिति इंडिया के संरक्षक मनजीत सिंह तंवर ने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का संक्रमण देश में तेजी से फैल रहा है। दिन प्रतिदिन कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या दो हजार के पास पहुंच गई है। जब पूरे देश में कोरोना पॉजिटिव की संख्या पाँच सौ नहीं थी, तब पूरे देश में अचानक से लॉक डाउन घोषित किया गया था। अब देश में कोरोना पॉजिटिव की संख्या पचास हजार से ज्यादा हो गई है। दिन प्रतिदिन मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। लॉक डाउन में मंदिर, मस्जिद, स्कूल, कॉलेज, सभी संस्थान, जरूरी सामान की दुकानों सहित पूरा देश बंद है। ऐसे में शराब की दुकानें खुलवाना सरकार का बिल्कुल गलत निर्णय है। वैश्विक महामारी आपदा के समय शराब की दुकानें खुलवाना सरकार के मानसिक दिवालियापन को उजागर करता है। बीच रास्तों में फंसे गरीब मजदूरों की मौत हो रही है। गरीब मजदूरों को घर जाने से रोका जा रहा है, पढ़ने वाले बच्चों की परीक्षाएं नहीं हो रही हैं। पूरा देश महामारी से त्रस्त है। ऐसे में शराब की दुकानें खुलवाना देश के नागरिकों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है। क्या देश में कोरोना का खतरा कम हो गया है जो शराब की दुकानों को खोला जा रहा है? यदि शराब की दुकान खोली जा सकती हैं तो आम कारोबारी की दुकान क्यों बंद करवाई जा रही हैं? क्या शराब ही देश का भविष्य है? क्या शराब से ही देश चल रहा है? क्या सरकार शराब से देश का आधुनिकीकरण करना चाहती है? आदर्श समाज समिति इंडिया के अध्यक्ष धर्मपाल गांधी ने बताया हमारे देश की सभ्यता और संस्कृति में शराब को सबसे बुरी चीज बताया गया है। शराब पर कितने भी तर्क-वितर्क करके शराब को अच्छा नहीं बताया जा सकता है। शराब पीने वाले शांति कायम नहीं रखते हैं बल्कि उत्पात मचाते हैं। क्या शराब की दुकानों पर या शराब पीने के बाद सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो पायेगा? शराब की दुकानें खुलवाने से अपराधिक गतिविधियां बढ़ेंगी और अव्यवस्था का माहौल पैदा होगा। लॉक डाउन में शराब की दुकानें खुलवाने के सरकार के जहालत भरे फैसले का हम विरोध करते हैं, आलोचना करते हैं और सरकार से लॉक डाउन के दौरान शराब की दुकानें बंद करने का अनुरोध करते हैं। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की वजह से घोषित लॉक डाउन में देशवासियों की सुरक्षा के लिए शराब की दुकानों को बंद रखना अति आवश्यक है। आदर्श समाज समिति इंडिया की ओर से राष्ट्रहित में लॉक डाउन के दौरान शराब की दुकानों को बंद रखने की अपील की गई है।

Related Articles

Back to top button