Posted inSikar News (सीकर समाचार)

आवारा कुत्ता नियंत्रण के लिए ABC कार्यक्रम तेज़ी से जारी

Sikar municipal team conducting ABC sterilization and rabies vaccination

वैज्ञानिक व मानवीय तरीके से किया जा रहा है स्टेरिलाइज़ेशन और एंटी-रेबीज़ टीकाकरण

सीकर। शहर में आवारा कुत्तों की बढ़ती आबादी और रेबीज़ संक्रमण के जोखिम को देखते हुए नगर परिषद सीकर द्वारा एनिमल बर्थ कंट्रोल (ABC) कार्यक्रम को तेज़ी से संचालित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम BSWS एनजीओ के सहयोग से वैज्ञानिक, मानवीय और नियमों के अनुसार चल रहा है।


कैसे होता है पूरा ABC प्रोसेस?

कुत्तों को शहर के विभिन्न इलाकों से प्रशिक्षित स्टाफ द्वारा सुरक्षित रूप से पकड़कर ABC केंद्र लाया जाता है, जहाँ विशेषज्ञों द्वारा—

  • बधियाकरण (Sterilization)
  • एंटी-रेबीज़ टीकाकरण
  • 3–5 दिन तक देखभाल और रिकवरी

जैसी प्रक्रियाएँ पूरी की जाती हैं।

रिकवरी पूरी होने के बाद कुत्तों को उसी स्थान पर छोड़ा जाता है, जहाँ से उन्हें पकड़ा गया था। यह प्रक्रिया पशु कल्याण बोर्ड, भारत और नगर परिषद के दिशा-निर्देशों के अनुरूप की जा रही है।


शहर की सुरक्षा के लिए क्यों ज़रूरी है ABC?

ABC कार्यक्रम से—

  • आवारा कुत्तों की अनियंत्रित वृद्धि पर रोक लगती है
  • आक्रामक व्यवहार और लड़ाई की घटनाएँ कम होती हैं
  • शहर में रेबीज़ संक्रमण का जोखिम घटता है
  • मानव-पशु संघर्ष कम होता है

इससे शहर अधिक सुरक्षित और समन्वित बनता है।


नगर परिषद ने शहरवासियों से की अपील

नगर परिषद सीकर और BSWS टीम ने नागरिकों से सहयोग की अपील की है—

  • ABC कार्य में अनावश्यक हस्तक्षेप न करें
  • डॉग हैंडलर्स व स्टाफ का पूरा सहयोग करें
  • पकड़ने और छोड़ने की प्रक्रिया में रुकावट न डालें
  • समझें कि यह कार्य शहर की सुरक्षा व स्वच्छता के लिए अत्यावश्यक है

टीम ने कहा कि कार्यक्रम को सफल बनाने में नागरिकों की भागीदारी महत्वपूर्ण है।


मानवीय, पारदर्शी और संवेदनशील अभियान

नगर परिषद सीकर एवं BSWS की टीम पूरे दायित्व और संवेदना के साथ अभियान चला रही है।
मकसद है—सुरक्षित शहर, नियंत्रण में कुत्ता संख्या, और रेबीज़ मुक्त वातावरण।