सीकर, फतेहपुर शेखावाटी ब्लॉक के गांव जेठवा के बास निवासी बजरंग लाल जेठू को जल संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जाएगा। आगामी 18 नवंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु विज्ञान भवन, नई दिल्ली में उन्हें छठा राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2024 प्रदान करेंगी।
पश्चिम क्षेत्र से एकमात्र विजेता
जेठू को व्यक्तिगत श्रेणी (Individual Category – West Zone) में देशभर से चुना गया है। वे इस जोन से एकमात्र विजेता हैं।
जल शक्ति मंत्रालय ने वर्ष 2024 के लिए कुल 46 विजेताओं की घोषणा की है, जिन्हें 10 श्रेणियों—
सर्वश्रेष्ठ राज्य, जिला, पंचायत, शहरी निकाय, स्कूल, कॉलेज, उद्योग, जल उपयोगकर्ता संघ, संस्थान और सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति—में सम्मानित किया जाएगा।
751 आवेदनों में से चुने गए विजेता
इस पुरस्कार के लिए देशभर से 751 आवेदन प्राप्त हुए थे। चयनित आवेदनों की जांच केंद्रीय भूजल बोर्ड और केंद्रीय जल आयोग ने की, जिसके बाद 46 विजेताओं की सूची अंतिम रूप से घोषित हुई।
घोषणा 11 नवंबर को जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल ने श्रम शक्ति भवन में की।
जेठू के प्रमुख योगदान
बजरंग लाल जेठू पिछले 31 वर्षों (1993 से) से जल संरक्षण के क्षेत्र में सक्रिय हैं। उनके नवाचारों और कार्यों में शामिल हैं—
स्कूलों व गांवों में वर्षा जल का भू-जल रिचार्ज
- मानसून में अतिरिक्त जल बहाव को भूजल में रिचार्ज कराने की पहल
- पुराने पुनर्भरण कुओं की मरम्मत
अनोखे नवाचार
- काजरी जल तृप्ति गमले
- सौर संसाधन पात्र
- जल प्रबंधन मॉडल
जल जागरूकता अभियान
- जल परंपराओं व संरक्षण पर 6 पुस्तकें लिखीं
- 15 से अधिक आर्टिकल राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित
- स्कूलों में निबंध, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं
- विद्यार्थियों के लिए विशेष क्विज बॉक्स
फिल्म निर्माण
उन्होंने जल संरक्षण पर 9 लघु व फीचर फिल्में बनाई—
सौर संघनन पात्र, सुनो पानी बोलता है, पानी बचाओ वृक्ष बचाओ, बंदा पानी बचाले, सुनो तालाब बोलते हैं आदि।
इनमें से कई फिल्मों को जल शक्ति मंत्रालय के Water Heroes Awards में सम्मान मिला।
राष्ट्रीय स्तर पर सहभागिता
- इंडिया वाटर वीक 2024 में तालाबों पर पत्र वाचन
- 20 से अधिक कार्यशालाएं व सेमिनार आयोजित
जेठू बोले — “जल संरक्षण मेरा जीवन मिशन”
जेठू ने कहा—
“मैं 1993 से जल संरक्षण पर कार्य कर रहा हूं। यह मेरे जीवन का मिशन है। इस सम्मान से समाज में और जागरूकता बढ़ेगी।”