चिड़ावा मर्डर केस में पुलिस ने आरोपियों को 10 किमी. पैदल पीछा कर पकड़ा
चूरू जिले में जाकर छिप गए थे तीन आरोपी, पुलिस ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार
पीट-पीटकर कर दी थी युवक संदीप की हत्या, पुरानी रंजिश के चलते मारपीट कर की गई थी हत्या
झुंझुनूं, झुंझुनूं जिले की चिड़ावा पुलिस ने धुलंडी के दिन पीट पीट कर एक युवक की हत्या के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। चिड़ावा डीएसपी सुरेश शर्मा ने बताया कि धुलंडी के दिन चिड़ावा कस्बे की गौशाला के पास रहने वाले युवक संदीप नायक की कुछ युवकों ने शराब ठेके पास पीटपीट कर हत्या कर दी थी। इस मामले में उसके भाई भीमसिंह ने कुछ नामजद व उनके साथियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया था। मामले में पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए तीन अलग-अलग टीमों का गठन किया था। इन टीमों ने जब आरोपियों की तलाश शुरू की तो पता चला कि कुछ आरोपी पिलानी की तरफ भाग गए है। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों का पीछा किया तो सामने आया कि आरोपी पिलानी, राजगढ़, तारानगर, साहवा होते हुए चूरू जिले के सरायण गांव में छुपे हुए है। पुलिस के पहुंचने पर आरोपी भागने लगे। पुलिस ने करीब 10 किलोमीटर तक रेतीले टीलों पर भागते हुए आरोपियों का पीछा किया और उन्हें धर दबोचा। आरोपियों विधायक नगर चिड़ावा निवासी झलकेश योगी, सोम उर्फ भूवनेश योगी तथा वार्ड नं. 32 निवासी सुभाष उर्फ कालू जाट ने अपना जुर्म कबूल लिया है। पुलिस ने तीनों को संदीप नायक की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया है। शेष आरोपियों की भी तलाश की जा रही है। प्रारंभिक जानकारी में सामने आया है कि करीब एक-डेढ़ साल पहले संदीप नायक और झलकेश योगी के बीच एक होटल में कहासुनी हो गई थी। धुलंडी के दिन संदीप नायक बाइपास पर दिखा तो सुभाष ने संदीप को शराब ठेके पास बुलाकर लाया। उस वक्त संदीप के साथ यशवंत नायक, सोनू नायक तथा अक्षय शर्मा भी थे। आरोपियों ने संदीप को जबरदस्ती झलकेश योगी के पैर पकड़ने और माफी मांगने के लिए कहा। लेकिन संदीप ने मना कर दिया तो आरोपियों ने उसके और यशवंत के साथ मारपीट शुरू कर दी। इसी दरमियान जब संदीप बेसुध हो गया तो उसे छोड़कर भाग गए। अस्पताल में संदीप ने दम तोड़ दिया। तो वहीं यशवंत का इलाज जारी है। इस मामले में मृतक के भाई ने पकड़े गए तीनों आरोपियों के खिलाफ नामजद व दो-तीन अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी। वही आपकी जानकारी के लिए बता दे कि संदीप नायक के अंतिम संस्कार से पहले लोगों ने विरोध किया था। परिवार के लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी ना होने तक अंतिम संस्कार ना करने की धमकी दी। लेकिन पुलिस ने बताया कि उन्होंने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद परिजन मानें।