इस सरकारी स्कूल के बच्चों में मची पढाई को लेकर होड़, हिंदी मीडियम के बच्चे भी इंग्लिश में करते है बात
स्कूल प्रिंसीपल सुरेंद्रसिंह डूडी ने की पुरस्कारों की घोषणा, टॉपर विद्यार्थी को देंगे अपनी ओर से स्कूटी
ग्रामीणों में भी खुशी, बदल रहा है स्कूल और गांव का माहौल
अब छुट्टियों की नहीं, बल्कि क्लासों का रहता है इंतजार
झुंझुनू, सरकारी स्कूलों को लेकर हमारे जेहन में जो छवि है। वो यही है कि यहां क्लासें कम और छुट्टियां ज्यादा होती है। टीचर भी पढाने में कम ही दिलचस्पी दिखाते है। वैसे ही बच्चे भी पढन्े में कम दिलचस्पी लेते है। लेकिन आज हम आपको ऐसी एक स्कूल से रूबरू करवाने जा रहे है। जहां पर ना केवल छुट्टियों में भी एक्सट्रा क्लास लगती है। बल्कि बाहर से भी एक्सपर्ट बुलाकर टिचिंग करवाई जा रही है। बात झुंझुनूं के बगड़ के समीप संचालित लांबा गांव की शहीद मनीराम राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की। जहां पर प्रिंसीपल सुरेंद्रसिंह डूडी के कार्यभार संभालने के बाद अब बच्चे क्लासों से बंक नहीं, बल्कि छुट्टियों में भी पढाई कर रहे है। दरअसल प्रिंसीपल सुरेंद्रसिंह डूडी ने बोर्ड कक्षाओं के विद्यार्थियों के अंदर कंपीटीशन पैदा कर दिया है। उन्होंने अपनी तरफ से स्कूल के टॉपर बच्चे को स्कूटी देने की घोषणा की। इसके अलावा 10 स्मार्ट अवार्ड घोषित किए है। यही नहीं जिन छात्राओं का चयन गार्गी पुरस्कार के लिए होगा। उन्हें भी वे चांदी का सिक्का देंगे। डूडी ने बताया कि वे साल के अंत में होने वाले वार्षिकोत्सव में जिस क्लास के बच्चे इंग्लिश टू इंग्लिश बातचीत करेंगे और अन्य शर्तों को पूरा करेंगे। उन्हें स्मार्ट क्लास का अवार्ड देंगे। यही नहीं हैल्थी, स्पोट्र्समैन, क्रिएटिव, डिसीपिलिन में रहने वाले बच्चों को भी नौ अलग से स्मार्ट अवार्ड दिए जाएंगे। बस इन्हीं अवार्डों को लेने में अब बच्चों में होड़ मच गई है और सरकारी स्कूल का माहौल भी प्राइवेट से कहीं ज्यादा अच्छा हो गया है।
यही कारण है कि दिवाली की छुट्टी हो या फिर अब चल रहा शीतकालीन अवकाश। बच्चे स्वेच्छा से आने वाले विद्यार्थियों के लिए लगाई जा रही एक्स्ट्रा क्लासेज में भी 100 प्रतिशत उपस्थिति दे रहे है। बच्चों के अंदर पढने की ललक को देखते हुए ना केवल स्कूल स्टाफ मेहनत कर रहा है। बल्कि गणित, विज्ञान और अंग्रेजी के लिए कोचिंग में पढाने वाले एक्सपर्ट की भी क्लासें लगाई जा रही है। गांव के रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता और बाल कल्याण समिति झुंझुनूं के सदस्य भरतलाल नूनियां ने बताया कि जब से प्रिंसीपल सुरेंद्रसिंह डूडी ने कार्यभार संभाला है। बच्चों के साथ- साथ ग्रामीणों में भी अपने बच्चों को पढाने को लेकर अलग उत्साह नजर आ रहा है। यहां पर बच्चों को 100 प्रतिशत परिणाम के लक्ष्य के साथ पढाई करवाई जा रही है। उससे यही लगता है कि स्कूल के बच्चे नया कीर्तिमान स्थापित करेंगे। बच्चों ने बताया कि जब से प्रिंसीपल सुरेंद्रसिंह डूडी ने कार्यभार संभाला है। तब से उन्हें इतना मोटिवेशन मिल गया है कि अब वे छुट्टियों का नहीं, बल्कि क्लासों का इंतजार करते है। घर पर भी एक निश्चित समय खेलने के लिए निर्धारित कर चुके है। वहीं पढाई के लिए एक मिनट भी मिस नहीं करना चाहते। सभी में एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ ऐसी मची है कि अब केवल पढाई के अलावा कुछ नहीं दिखाई देता।