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व्यवस्थाओं के अभाव में आमजन को नहीं होने दिया जाएगा परेशान- जिला कलेक्टर

क्वारेंटीन सेंटरो का किया निरीक्षण

झुंझुनू, जिला कलेक्टर उमर दीन खान ने कहा है कि कोरोना वायरस की इस वैश्विक महामारी के दौरान आमजन की सुरक्षा एवं उनके बचाव के लिए जिला प्रशासन समय-समय पर दिशा निर्देशों की पालना के तहत निरंतर कार्य कर रहा है। जिला कलेक्टर ने कहा कि जिले में जहां पर कोरोना वायरस के संबंध में संस्थागत क्वारेंटीन सेंटर बनाये गये वहां पर घर से भी बेहतर सुविधाएं दी जा रही है, ताकि किसी को कोई परेशानी नहीं हो। उन्होंने रविवार को जिले में विभिन्न क्वारेंटीन सेंटरों का औचक निरीक्षण किया और वहां पर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान राणी सती मंदिर प्रांगण में बने क्वारेंटीन सेंटर का निरीक्षण किया वहां उन्होंने सफाई व्यवस्था, ठहरने के लिए आरक्षित कमरों, उनकों मिलने वाले नाश्ते व भोजन सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। खेमी सती मंदिर प्रांगण में बने क्वारेंटीन सेंटर के निरीक्षण के दौरान जिला कलेक्टर के सामने सफाई व्यवस्था की शिकायत पर जिला कलेक्टर ने तुरन्त सफाई कार्मिक नियुक्त कर व्यापक सफाई रखने के निर्देश दिए। उन्होंने यहां पर कार्यरत मेडिकल व अन्य व्यवस्था के लिए नियुक्त टीम से भी बात की। जिला कलेक्टर उमर दीन खान ने कहा कि जिस प्रकार से कोरोना वायरस का संक्रमण फैल रहा है इस लिहाज से भविष्य की व्यवस्थाओं की तैयारी भी की जानी आवश्यक है। इसलिए रविवार को जिला कलेक्टर ने वृदावन मंदिर में स्थित गेस्ट हाउस, आबूसर गांव स्थित कार्यालय उप निदेशक कृषि (शस्य) साध्य परीक्षण केन्द्र, श्री बंधे का बालाजी मंदिर प्रागंण में बने कमरों की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया और मौके पर ही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. छोटे लाल गुर्जर, तहसीलदार योगेश कुमार एवं प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. शुभकरण कालेर को आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए निर्देश दिए। जिले के निरीक्षण के दौरान रविवार को तेज बरसात के बीच जिला कलेक्टर उमर दीन खान राजकीय औषधालय इंडाली पंहुचे। यहां पर उन्होंने 100 से भी अधिक औषधीय पौधों की बागवानी देख कर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि टीम वर्क और कार्य की लगन से ही यह संभव हो पाया है। यहां पर शेखावाटी की स्थानीय औषधीय पौधों से लेकर विदेशों तक की औषधी के पौधे स्थापित किये गये है। यहां पर निरीक्षण के दौरान पानी की सुचारू व्यवस्था के लिए नलकूप तथा औषधीय पौधों की नई पौध तैयार करने के लिए अतिरिक्त जमीन की मांग भी जिला कलेक्टर के सामने रखी गई।

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