चूरु, – राजस्थान के चूरु जिले के रतनगढ़ शहर के निवासी दिनेश कुमार चोटिया, जो वर्तमान में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, नूवा में कंप्यूटर शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं, को भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा अखिल भारतीय शिक्षा समागम (ABSS 2025) में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। यह आमंत्रण न केवल दिनेश के लिए, बल्कि पूरे नूवा क्षेत्र और राजस्थान के शिक्षा जगत के लिए एक गर्व का क्षण है।
क्या है ABSS 2025?
- ABSS (अखिल भारतीय शिक्षा समागम) एक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय शिक्षा सम्मेलन है, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के क्रियान्वयन और भविष्य की शिक्षा रणनीतियों पर केंद्रित होगा।
- इस कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा।
- देशभर से चुने गए कुछ चुनिंदा शिक्षकों को इस कार्यक्रम में शामिल होने का मौका मिलता है, जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार, तकनीकी प्रयोग और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में उल्लेखनीय योगदान दिया हो।
दिनेश चोटिया का योगदान
दिनेश चोटिया ने अपने शिक्षण कार्यकाल में डिजिटल शिक्षा, कंप्यूटर ज्ञान के प्रसार और विद्यार्थियों के कौशल विकास पर विशेष ध्यान दिया है। उनके प्रयासों ने नूवा जैसे ग्रामीण क्षेत्र में भी छात्रों को तकनीकी शिक्षा से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
कार्यक्रम में क्या होगा?
ABSS 2025 में निम्नलिखित विषयों पर गहन चर्चा होगी:
- NEP 2020 के तहत शिक्षण पद्धतियों में बदलाव
- डिजिटल शिक्षा और तकनीक का उपयोग
- शिक्षकों की भूमिका और प्रशिक्षण
- कौशल-आधारित शिक्षा और छात्रों का सर्वांगीण विकास
दिनेश चोटिया की प्रतिक्रिया
इस सम्मान पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए दिनेश चोटिया ने कहा, “यह आमंत्रण मेरे लिए एक बड़े गर्व की बात है। यह सिर्फ मेरी उपलब्धि नहीं, बल्कि हमारे विद्यालय, स्टाफ और पूरे क्षेत्र की सामूहिक सफलता है। इस मंच पर मुझे NEP 2020 की नीतियों को और बेहतर ढंग से समझने और उन्हें क्रियान्वित करने का अवसर मिलेगा।”निष्कर्ष
दिनेश चोटिया का ABSS 2025 के लिए चयन न केवल उनके व्यक्तिगत समर्पण को दर्शाता है, बल्कि यह राजस्थान के ग्रामीण शिक्षा क्षेत्र में हो रहे सकारात्मक बदलावों का भी प्रतीक है। इस तरह के आयोजन शिक्षकों को नई दिशा देते हैं और देश की शिक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।