झुंझुनूं, खाद्य सुरक्षा विभाग ने झुंझुनूं जिले में फलों में संभावित मिलावट की आशंका के चलते सख्त कदम उठाए हैं। बीते तीन दिनों में कुल 49 फलों के नमूने लेकर जांच के लिए जयपुर भेजे गए हैं।
कहां-कहां लिए गए सैंपल?
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. छोटेलाल गुर्जर ने बताया कि यह कार्रवाई झुंझुनूं और नवलगढ़ की सब्जी मंडियों और अन्य प्रतिष्ठानों में की गई। एफएसओ की तीन टीमों ने मंडी परिसर में मौसमी फलों का निरीक्षण किया।
किन-किन फलों के लिए गए नमूने?
एफएसओ महेंद्र चतुर्वेदी, रतन गोदारा और लालू यादव की टीम ने निम्नलिखित फलों के सैंपल लिए:
- आम – 11
- अनार – 3
- सेब – 2
- केला – 9
- खीरा – 1
- पत्ता गोभी – 1
- पपीता – 7
- मौसमी – 7
- टमाटर – 1
- तरबूज – 6
- खरबूजा – 1
ये सभी नमूने जयपुर की प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजे गए हैं, जहां इनकी रंग, कृत्रिम मिठास और हानिकारक रसायनों की मौजूदगी की जांच की जाएगी।
कैल्सियम कार्बाइड से पकाना है प्रतिबंधित
डॉ. गुर्जर ने बताया कि कैल्सियम कार्बाइड से फल पकाना खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम के तहत प्रतिबंधित है। इस तरह के रसायन स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक हैं।
व्यापारियों को चेतावनी
अधिकारियों ने व्यापारियों को सख्त चेतावनी दी है कि यदि किसी भी नमूने में मिलावट पाई गई, तो कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
“जनता को शुद्ध और सुरक्षित खाद्य सामग्री मिलना हमारा कर्तव्य है। अभियान आगे भी लगातार चलेगा,”
– डॉ. छोटेलाल गुर्जर, सीएमएचओ