हर की पलकों में थे आंसू लेकिन फिर भी बोल रहे थे शहीद रतनलाल गुर्जर अमर रहे भारत माता की जय
अजीतगढ़, [विमल इंदौरिया] अजीतगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम सांवलपुरा तँवरान की ढाणी लोहिया निवासी एवं उत्तराखंड में आइटीबीपी फोर्स में जवान के पद पर कार्यरत रतनलाल गुर्जर की राजकीय सम्मान के साथ शुक्रवार की दोपहर अंत्येष्टि की गई। अंत्येष्टि के दौरान हर आंख में आंसू नजर आ रहे थे। लेकिन फिर भी लोग शहीद रतनलाल अमर रहे भारत माता की जयकारे लगा रहे थे।
जानकारी के अनुसार रतनलाल गुर्जर 35 उत्तराखंड मे जाजरलेवल, पिथौरागढ़ मे आइटीबीपी 14 बीएन बटालियन में जवान के पद पर कार्यरत थे। 2 अप्रैल को गुर्जर बर्फीली पहाड़ियों में पेट्रोलिंग कर रहे थे, इस दौरान ऑक्सीजन लेवल कम होने से उनको ऑक्सीजन की कमी महसूस हुई एवं दोपहर 12 बजे उनकी तबीयत खराब हो गई, साथी जवानों ने तुरंत रतनलाल को हेलीकॉप्टर के जरिए पिथौरागढ़ अस्पताल में भर्ती कराया, जहां पर उपचार के दौरान उनका निधन हो गया। जिस कारण बटालियन के अधिकारी व जवान उनकी देह को सेना के वाहन में शुक्रवार की सुबह 3:30 बजे अजीतगढ़ थाने में लेकर आए उसके बाद सुबह 8:बजे सेना के वाहन को सजाया गया एवं अजीतगढ़ पुलिस ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। डीजे पर देशभक्ति गानों के साथ जवान रतनलाल गुर्जर की देह अजीतगढ़ थाने से बाइक तिरंगा रैली के साथ रवाना हुई। रैली में लोग भारत माता की जय शहीद रतनलाल अमर रहे के नारे लगाते हुए चल रहे थे।अंतिम यात्रा पर लोगों ने जगह-जगह पुष्प वर्षा की।करीब 15 किलोमीटर की यात्रा के बाद उनकी देह सेना के वाहन से जैसे ही उनके पैतृक गांव लोहिया की ढाणी पहुंची, तो माहौल गमगीन हो गया । यूडीएच मंत्री झाबरसिंह खर्रा की तरफ से उनके प्रतिनिधि अजयसिंह खर्रा, पूर्व विधानसभा स्पीकर दीपेंद्र सिंह शेखावत की तरफ से उनके प्रतिनिधि कुणालसिंह शेखावत, अजीतगढ़ पंचायत समिति प्रधान शंकरलाल यादव, अजीतगढ़ नायब तहसीलदार झुडाराम कुड़ी, नीमकाथाना जिला सैनिक कल्याण विभाग की तरफ से भगवान सिंह, जिला भाजपा अध्यक्ष मनोज बाटड, जिला भाजपा उपाध्यक्ष पूर्ण गुर्जर, समाजसेवी बलराम यादव, अजीतगढ़ पुलिस थाने के सहायक थाना अधिकारी नेकीराम, भाजपा किसान मोर्चे के पूर्व जिला अध्यक्ष श्याम चौधरी, समाजसेवी डॉक्टर मंगल यादव, सांवलपुरा तंवरान के सरपंच मामराज गुर्जर, मोकलवाल सरपंच गजानंद गुर्जर, पूर्व प्रधान मक्खनलाल शर्मा, अजीतगढ़ पंचायत समिति सरपंच संघ के अध्यक्ष शंभू मीणा, टोडा चिपलाटा भाजपा मंडल अध्यक्ष अरुण शर्मा, सीकर जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव डीसी भडाणा , सेना के पूर्व कमांडो एवं जिला परिषद सदस्य कैलाश कमांडो, आईटीबीटी के एएसआई जीडी भंवर सिंह राठौड़, कमांडर नसरुद्दीन एवं जवान के पिता बीरबल गुर्जर ने पुष्पचक्र चढा कर श्रद्धांजलि दी गई। उसके बाद शव यात्रा रवाना हुई एवं सैकड़ो की संख्या में लोग भारत माता की जय शहीद रतनलाल अमर रहे के नारे लगाते हुए चल रहे थे। उसके बाद जवान रतनलाल गुर्जर की अंत्येष्टि की गई जिसके उनके 6 वर्षीय पुत्र यश ने मुखाग्नि दी तो उपस्थित सैकड़ो की संख्या में लोगों की आंखों में आंसू आ गए। अलवर से आईबीटीपी के कमांडर नसरुद्दीन के नेतृत्व में दो, छ की टुकड़ी ने अंतिम सलामी दी। साथ ही सेना के आए जवानों ने जवान के पिता बीरबल गुर्जर को राष्ट्रीय ध्वज सोपा।

जवान रतनलाल के बड़े भाई रामपाल 2021 में सेना में शहीद हो गए थे
जवान की देह जैसे ही उनके घर पहुंची माहौल गमगीन हो गया और जवान के बुजुर्ग पिता बीरबल गुर्जर, माता आची देवी, पत्नी बलेशदेवी, पुत्र यश, पुत्री तंबू ,काजू एवं भाई मोहनलाल, रोशनलाल का रो रो कर बुरा हाल हो रहा था। पत्नी बलेश देवी बार-बार बेहोश हो रही थी तो बुजुर्ग माता-पिता बोल रहे थे कि अंतिम यात्रा तो हमारी निकलनी थी। लेकिन भगवान ने हमारे सामने ही हमारे पुत्र को अपने पास ले गया हे। भगवान हमने क्या पाप किया था। माता-पिता बोल रहे थे कि 3 साल पहले बड़े पुत्र रामपाल जो सेना में थे वे भी शहीद होकर हमें छोड़कर चले गए। शहीद के पुत्र व पुत्रियां रोती हुई बोल रही थी कि अब हमारे पापा कभी नहीं आएंगे। ज्ञात रहे की जवान रतनलाल के बड़े भाई रामपाल 2021 में सेना में शहीद हो गए थे। जवान रतनलाल एक महीने पहले ही अपने घर आकर गया था।
जल्दी ही भारत सरकार की तरफ से उनको शहीद का दर्जा दिया जाएगा
जवान की देह के साथ आए उत्तराखंड से जवान की बटालियन के अधिकारी एएसआई जीडी भंवर सिंह राठौड़ का कहना है कि जवान रतनलाल बहुत ईमानदार एवं हंसमुख था उसकी ड्यूटी बर्फीले इलाके में पेट्रोलिंग पर थी। ऑक्सीजन लेवल नीचे आने के कारण उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई एवं उसको हेलीकॉप्टर से पिथौरागढ अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर उपचार के दौरान उनका निधन हो गया। उनका कहना है कि जवान रतनलाल के परिवार को शहीद परिवार का जो लाभ मिलता है वह पूरा दिया जाएगा। जल्दी ही भारत सरकार की तरफ से उनको शहीद का दर्जा दिया जाएगा। उनका कहना है कि उसका शहीद स्मारक भी बनाया जाएगा साथ ही पत्नी, माता-पिता को पूरा लाभ दिलाया जाएगा पेंशन दी जाएगी साथ ही बच्चों को भी पूरा लाभ दिया जाएगा। उनका कहना है कि सेना की सभी शर्तें पूरी करने पर अगर उनके पुत्र की नौकरी करने की उम्र है तो उसको नौकरी दी जाएगी। अगर उसकी पत्नी पूरी शर्तें पूरी करती है एवं वह नौकरी करना चाहती है तो उसको भी नौकरी दी जाएगी। जितने लाभ शहीद परिवार को दिए जाते हैं उतने पूरे लाभ दिए जाएंगे।