संघर्ष समिति ने चेतावनी दी कि मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन होगा तेज
झुंझुनूं में स्मार्ट मीटर के खिलाफ बड़ा विरोध
झुंझुनूं जिले में स्मार्ट मीटर विरोध ने व्यापक रूप ले लिया।
स्मार्ट मीटर हटाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर जिलेभर में संपूर्ण बंद रहा।
बसें, बाजार और स्कूल बंद
जिले के ग्रामीण इलाकों में बसों का संचालन पूरी तरह ठप रहा।
निजी शिक्षण संस्थान, बाजार, व्यापारिक प्रतिष्ठान और यातायात साधन बंद रहे।
छात्र संगठन SFI, व्यापारिक संगठन, बार एसोसिएशन, बस यूनियन, टैक्सी-तांगा यूनियन सहित कई सामाजिक संगठनों ने सक्रिय भागीदारी की।
तीन सूत्रीय मांगें
संघर्ष समिति ने स्मार्ट मीटर को जनविरोधी और उपभोक्ता विरोधी बताते हुए तीन प्रमुख मांगें रखीं—
- स्मार्ट मीटर लगाने का आदेश तत्काल रद्द हो।
- पहले से लगाए गए सभी स्मार्ट मीटर हटाए जाएं।
- प्रत्येक घरेलू उपभोक्ता को 300 यूनिट मुफ्त बिजली दी जाए।
मुख्यमंत्री को भेजा जाएगा मांग पत्र
समिति ने बताया कि यह मांग पत्र मुख्यमंत्री के नाम संबंधित ब्लॉक अधिकारियों को सौंपा जाएगा।
संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने कहा—
“स्मार्ट मीटर से बिजली बिलों में कई गुना बढ़ोतरी हो रही है। गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों पर भारी आर्थिक बोझ बढ़ रहा है।”
आंदोलन और तेज करने की चेतावनी
समिति ने स्पष्ट कहा कि यदि सरकार ने जल्द कदम नहीं उठाए, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
फिलहाल जिला प्रशासन हालात पर नज़र रखे हुए है।