कौन है जिम्मेदार – नगरपरिषद की नाकामी या जिला प्रशासन की ढीली पकड़
6 महीने से नारकीय हालात
झुंझुनू जिला मुख्यालय के वार्ड नंबर 6 गणपति नगर ढूकिया हॉस्पिटल के पास का इलाका कहने मात्र को ही पॉश एरिया रह गया है। नगर परिषद की उदासीनता के चलते यहां के हालात इतने बदहाल हैं कि एक वृद्ध व्यक्ति ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा 6 महीने से नरक में रह रहे हैं, सरकार है भी या नहीं, पता नहीं। दरअसल आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गणपति नगर के इस क्षेत्र में सीवरेज चेंबर साफ सफाई और देखभाल के अभाव के चलते ओवरफ्लो हो जाते हैं और ढूकिया हॉस्पिटल के पास से गुजरने वाले सड़क मार्ग पर बिना बारिश के भी कीचड़ और गंदा पानी इकट्ठा रहता है। यहां पर चंद मिनट खड़ा रहना भी मुश्किल हो जाता है ऐसे नरकीय हालातो में भी लोग रहने को मजबूर हैं।
स्कूल-अस्पताल मार्ग पर खतरा
बता दें कि इस मार्ग पर स्कूल और अस्पताल स्थित है साथ ही इस मार्ग से काफी आवगमन भी रहता है लेकिन अमूमन सीवरेज चैंबर ब्लॉक होने के कारण इस मार्ग पर कीचड़ और गंदगी का आलम ही ज्यादा दिखाई पड़ता है। कई स्थानों पर गहरे गड्ढे हो गए हैं जिसके चलते कई वाहन चालक भी हादसे का शिकार हो चुके हैं। आज गणपति नगर के क्षेत्र के लोगों का आक्रोश फूट पड़ा और जिसके चलते मौके पर नगर परिषद के अधिकारी और एलएनटी के कर्मचारी भी पहुंचे और आनन फानन में सीवरेज की सफाई का कार्य शुरू करवाया गया।
ट्रांसफार्मर बना खतरे का केंद्र
वहीं इसी मार्ग पर बिना किसी फेंसिंग के एक ट्रांसफार्मर भी जमीन से कुछ ही ऊंचाई पर ट्रांसफार्मर लगा हुआ है जिसके पास खुले हुए तार हादसों को निमंत्रण दे रहे हैं। जबकि पिछले दिनों झुंझुनू में आए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के स्पेशल मॉनिटर ने भी प्रशासन को सख्त निर्देश दिए थे कि जितने भी ट्रांसफार्मर है उनकी फेंसिंग करवाई जाए। उन्होंने इस कार्य को जिला प्रशासन को 15 दिन का समय दिया था लेकिन महीनो का समय बीत जाने के बाद भी एनएचआरसी की दिशा निर्देशों की पालना भी झुंझुनू जिला प्रशासन करवाने में नाकाम साबित हुआ है। इस मार्ग से बड़ी संख्या में स्कूली और कॉलेज के छात्र-छात्राओं का आवागमन रहता है जिसमें छोटे बच्चे भी शामिल है। जिसके चलते कभी भी बड़ा हादसा होने से इनकार नहीं किया जा सकता।
बुजुर्गों और मरीजों की पीड़ा
स्थानीय बुजुर्ग देवी दत्त ने जानकारी देते हुए बताया कि जब से यह सीवरेज लाइन पड़ी है तब से हमारा जीना दुर्भर हो गया है। सीवरेज के चेंबर भरने से पूरी गली में गंदा पानी इकट्ठा हो जाता है जिसके चलते मच्छर मक्खियों भिनभिनाती रहती हैं। वही बुजुर्ग देवी दत्त का कहना था कि उन्हें खुद श्वास की शिकायत है जिसके चलते उन्हें ऑक्सीजन का भी सहारा लेना पड़ता है लेकिन ऐसे दुर्गंध युक्त वातावरण में वह रहने को मजबूर हैं।
प्रशासन की सफाई
मौके पर पहुंचे नगर परिषद से जेईएन अजय चौधरी का कहना था कि यहां पर सीवरेज लाइन ब्लॉक हो गई है और एलएनएनटी के प्रतिनिधि को भी मौके पर बुलाया गया है। सीवरेज की सफाई करवाई जा रही है और शीघ्र ही इस समस्या का स्थाई समाधान कर दिया जाएगा। शेखावाटी लाइव ब्यूरो रिपोर्ट झुंझुनू