Haryana News : हरियाणा के सिरसा जिले में कुम्हारिया और खेड़ी गांवों के बीच खेड़ी माइनर नहर टूटने से तक़रीबन लगभग 10 एकड़ में नई बोई गई गेहूं और सरसों की फसलें जलमग्न हो गईं। बता दे कि एक बार नहीं इन गांव में हर बार कि तरह जब किसानों को पानी कि जरूरत होती है तब यह नहर जवाब देने लगती है। वैसे भी मौसम कि मार झेल रहे किसानों को दर्जन भर एकड़ में दुबारा बिजाई करनी पड़ेगी जबकि जिन किसानो को खेतों में पानी देना था उनका अब एक हफ्ते तक इन्तजार भी करना पड़ेगा।
किसानों ने बताया कि नहर टूटने से राजकुमार की 4 एकड़ गेहूं की फसल, सुनील कुमार की 3 एकड़ सरसों की फसल और पृथ्वी सिंह की 3 एकड़ सरसों की फसल बर्बाद हो गई। किसानों का कहना है कि उन्हें अब दोबारा बुवाई करनी पड़ेगी, जिससे लागत दोगुनी हो जाएगी। खेतों में पानी भरते ही ग्रामीणों ने तुरंत सिंचाई विभाग को सूचना दी।
4 घंटे कि मेहनत के बाद हुई नहर कि मरम्त
नहर में रिसाव की गंभीरता को देखते हुए, बेलदार ने तत्काल मरम्मत कार्य शुरू करवाया। जेसीबी मशीन की मदद से नहर की दरार को भरने का काम लगभग चार घंटे की मशक्कत के बाद पूरा किया गया। किसानों ने बताया कि खेड़ी माइनर का यह हिस्सा नहर का अंतिम छोर है, जहां चौड़ाई कम होने के कारण पानी का दबाव भी कम रहता है। इसी वजह से दरार को समय रहते नियंत्रित किया जा सका।