Delhi New Industrial Areas : दिल्ली में कई विकास परियोजनाओं पर काम चल रहा है। दिल्ली सरकार ने शहर में 3 नए औद्योगिक क्षेत्र बनाने का एक अहम फैसला किया है। कैबिनेट की ओर से इस प्रस्ताव की मंजूरी के बाद से ही उद्योगों को बढ़ावा मिल सकेगा और इससे रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। आइए खबर के माध्यम से जानते हैं दिल्ली के नइ नए इंडस्ट्रियल एरिया (new industrial area) का विकास कहां किया जाना है।
तीन नए औद्योगिक क्षेत्रों का होगा विकास
दिल्ली सरकार ने राजधानी में तीन नए औद्योगिक क्षेत्रों के विकास के प्रस्ताव को लेकर मंजूरी दे दी है। कैबिनेट की बैठक में यह प्रस्ताव जल्द ही पेश किया जाने वाला है। वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि औद्योगिक क्षेत्र कंझावला, रानीखेड़ा, और बापरोला में विकसित किए जाने वाले हैं। अब इस प्रस्ताव के बाद दिल्ली को ये 3 नए औद्योगिक क्षेत्र (Delhi industrial area) कई बरसों बाद मिलेंगे। Industrial Areas
उद्योग मंत्री का कहना है कि इन नई जगहों पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बायोटेक्नोलॉजी और एडवांस्ड रोबोटिक्स जैसी नई तकनीकों पर जो काम कर रहे हैं, उनके उद्योगों को प्राथमिकता दी जाएगी। उनका कहना है कि सरकार इन उद्योगों को प्रोत्साहन देने के लिए वित्तीय सहायता भी प्रोवाइड कराएगी, ताकि नई तकनीक आधारित उद्योगों का प्रसार भी तेजी से हो सकेगा। यह प्रोजेक्ट (Delhi New Project) पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (Public-Private Partnership) मॉडल के तहत पूरा किया जाने वाला है।
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इतनी एकड़ जमीन का होगा यूज
इन नए औद्योगिक क्षेत्रों (industrial areas in delhi) के लिए तकरीबन 1200 एकड़ जमीन का यूज किया जाएगा। इसका फायदा यह होगा कि इससे आने वाले सालों में लाखों लोगों को रोजगार मिल सकता है। रानीखेड़ा में तकरीबन 147 एकड़ जमीन है, जिसे पहले आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) की सरकार ने एक औद्योगिक हब बनाने के लिए निर्धारित किया था।
वहीं, दूसरी ओर दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के बापरोला में 137 एकड़ जमीन है, जहां ‘प्लग-एंड-प्ले’ (Plug-and-Play) सुविधाओं वाली एक वर्ल्ड-क्लास इलेक्ट्रॉनिक सिटी बनाने का प्लान किया जा रहा है। इसके साथही कंझावला क्षेत्र को भी आधुनिक औद्योगिक और टेक्नॉलाजी हब के रूप में विकसित किया जाएगा। Industrial Areas
अधिकारियों की माने तो ये नई औद्योगिक जगहें मौजूदा जगहों से अलग हो सकती है। अभी की जगहें ज्यादातर फैक्ट्रियों के लिए निर्धारित की गई हैं, लेकिन इन्हें सैटेलाइट टाउन (Satellite Town) की तरह विकसित किया जाएगा। यानी की यहां ऑफिस, रहने की जगहें, सामुदायिक केंद्र, होटल, बाजार और क्लब जैसी सभी सुविधाएं प्रोवाइड कराई जाएंगी।
इससे लोगों के रहने का अनुभव बेहतर होगा। एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि हम इन औद्योगिक क्षेत्रों को ‘गुरुग्राम साइबर सिटी’ (Gurugram Cyber City) की तर्ज पर विकसित करने जा रहे हैं, जहां उद्योग के साथ-साथ वाणिज्यिक और आईटी सेक्टर को भी मजबूती मिलेगी।
अभी फिलहाल तो राजधानी दिल्ली में 29 प्लान्ड इंडस्ट्रियल एस्टेट और 25 नॉन-कन्फॉर्मिंग पॉकेट्स बने हुए हैं। दिल्ली स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (Infrastructure Development Corporation Limited) के अंतर्गत इनमें से कई जगहों पर खाली प्लॉट भी मौजुद हैं। प्लान के तहत अब नई औद्योगिक जगहों पर पर्यावरण पर गौर करते हुए इको-फ्रेंडली इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने पर भी जोर दिया जाएगा, ताकि पर्यावरण पर कम असर पड़ सकें।