बेटे ने दी मुखाग्नि, तिरंगे में लिपटे शहीद को गांव ने नम आंखों से दी विदाई
तारानगर, [सुभाष प्रजापत ]
भारतीय सेना के शहीद जवान नरेंद्र शर्मा (40) को मंगलवार को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। इस दौरान पूरा गांव देशभक्ति के रंग में रंग गया।
तीन किलोमीटर लंबी तिरंगा यात्रा, गूंजे जयकारे
शहीद नरेंद्र शर्मा की पार्थिव देह जैसे ही दूधवाखारा स्टेशन से रवाना हुई, तीन किलोमीटर लंबी तिरंगा यात्रा निकाली गई।
भारत माता की जय, वंदे मातरम् और शहीद अमर रहें के नारों से माहौल गूंज उठा।
परिवार का रो-रो कर बुरा हाल, 10 वर्षीय बेटे ने दी मुखाग्नि
जवान की अंतिम झलक पाने के लिए पूरा परिवार बिलख उठा।
पिता भूराराम शर्मा – जो खुद भी पूर्व सैनिक हैं – पोते रजत को गले लगाकर रो पड़े।
पत्नी सुदेश कुमारी, बेटी पलक, और मां की आंखें नम थीं।
शहीद को उनके 10 वर्षीय बेटे रजत ने मुखाग्नि दी, जिससे हर आंख नम हो गई।
सेना और प्रशासन ने दी श्रद्धांजलि
बीकानेर से आए सेना के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम सम्मान दिया।
तारानगर तहसीलदार शुभम शर्मा, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कैप्टन दिलीप सिंह, सहित कई अधिकारियों ने पुष्पचक्र अर्पित किए।
जनप्रतिनिधियों की अनुपस्थिति पर ग्रामीणों में रोष
कांग्रेस नेता हर्ष लांबा सहित कई स्थानीय लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
हालांकि किसी बड़े जनप्रतिनिधि के नहीं पहुंचने पर गांव के लोगों ने नाराजगी जताई।
स्थानीय निवासी बोले—
“देश के लिए जान देने वाले सपूत की अंतिम यात्रा में कोई नेता नहीं आया, यह दुखद है।”