अधिकारियों को बेहतर सेवाओं के निर्देश
चूरू, जिला कलेक्टर अभिषेक सुराणा ने सोमवार को डीओआईटी वीसी सभागार में आयोजित साप्ताहिक समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे मुस्तैद रहकर बेहतर टीम प्रबंधन से आमजन को सेवाओं का लाभ दें।
उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा अनुरूप प्रत्येक स्तर पर समन्वय जरूरी है और विभागीय अधिकारी अपनी जवाबदेहिता सुनिश्चित करें।
बरसात से हुए नुकसान पर त्वरित कार्रवाई
कलेक्टर ने बताया कि जिले के सभी ब्लॉकों में पिछले दो दिनों से बरसात हुई है।
बरसात के कारण सड़क और भवन क्षतिग्रस्त हुए हैं।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को त्वरित मरम्मत कार्य करवाने और प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
पेंडेंसी खत्म करने पर जोर
कलेक्टर ने सभी एसडीएम और तहसीलदारों को आदेश दिया कि जाति प्रमाण पत्र, मूल निवास, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र जैसे आवेदनों में अनावश्यक पेंडेंसी समाप्त करें।
साथ ही पीएम किसान रजिस्ट्रेशन, पीएम विश्वकर्मा योजना और अन्य योजनाओं में लंबित आवेदनों को भी शीघ्र निस्तारित करने के निर्देश दिए।
पीएम आवास योजना की प्रगति
कलेक्टर ने विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि पीएम आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत दूसरी किस्त जारी करने से पहले फिजिकल वेरिफिकेशन कर कार्य समय पर पूरा करवाएं।
सीईओ श्वेता कोचर को इसकी नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए।
बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण व जनता क्लिनिक
सुराणा ने सीएमएचओ को निर्देश दिए कि ईंट-भट्ठों, अंबेडकर छात्रावास व केजीबीवी में रहने वाले बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए।
विशेष रूप से नेत्र, श्रवण और पोषण स्तर की जांच पर जोर दिया गया।
उन्होंने कहा कि जनता क्लिनिक का औचक निरीक्षण होगा और वहां ओपीडी बढ़ाने के साथ आमजन को सेवाओं के प्रति जागरूक किया जाए।
विभागीय योजनाओं की मॉनिटरिंग
कलेक्टर ने सभी विभागों को आदेश दिया कि वे शाला दर्पण पोर्टल, आंगनबाड़ी केन्द्रों के अपडेशन, पोषण 2.0 अभियान, केसीसी से जुड़ी समस्याओं और राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट सम्मिट के एमओयू अपडेट जैसे कार्य समय पर पूरा करें।
उन्होंने कहा कि फ्लैगशिप योजनाओं में पात्र व्यक्तियों को समयबद्ध व पारदर्शी लाभ मिलना चाहिए।
बैठक में मौजूद अधिकारी
बैठक में एडीएम अर्पिता सोनी, सीईओ श्वेता कोचर, एसीईओ दुर्गा ढाका, कोषाधिकारी प्रवीण सिंघल, एसीपी नरेश टुहानिया समेत जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
सभी उपखंडों से उपखंड स्तरीय अधिकारी वीसी के जरिए जुड़े।