चूरू, भारत सरकार के अंगदान जीवन संजीवनी अभियान में चूरू जिले ने ऐतिहासिक सफलता हासिल करते हुए न केवल राजस्थान में प्रथम स्थान प्राप्त किया है, बल्कि देश के 14 राज्यों, 7 केंद्र शासित प्रदेशों और 778 जिलों को पीछे छोड़ दिया है। यह उपलब्धि चूरू मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. एमएम पुकार व अधीक्षक डॉ. दीपक चौधरी के नेतृत्व में चलाए गए जनजागरण अभियान का नतीजा है।
कैसे मिली यह सफलता?
- जन-जन तक पहुंचा अभियान: मेडिकल कॉलेज की टीम ने स्कूल, कॉलेज, अस्पताल और सार्वजनिक स्थानों पर लोगों को अंगदान के लिए प्रेरित किया।
- रोजाना मॉनिटरिंग: प्रतिदिन लक्ष्य निर्धारित कर उनकी समीक्षा की गई, जिससे चूरू लगातार आगे बढ़ता रहा।
- सामुदायिक सहयोग: राजकीय लोहिया कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज, हार्ट केयर जैसे प्राइवेट अस्पतालों और स्थानीय संस्थाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
राजस्थान में चूरू का शानदार प्रदर्शन
जिला | पंजीयन |
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चूरू | 4214 |
जयपुर | 4055 |
झुंझुनू | 3524 |
सीकर | 3234 |
अजमेर | 3102 |
डॉ. पुकार ने दिया श्रेय टीम को
डॉ. पुकार ने बताया कि यह सफलता चिकित्सकों, नर्सों, स्वास्थ्यकर्मियों और आम नागरिकों के सामूहिक प्रयास का परिणाम है। उन्होंने कहा, “हमने लोगों को समझाया कि अंगदान मृत्यु के बाद भी जीवन दान देने जैसा है। लोगों ने खुले मन से स्वीकार किया और रिकॉर्ड संख्या में शपथ ली।”
चूरू की यह उपलब्धि दर्शाती है कि जनभागीदारी और सही रणनीति से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। अंगदान जैसे महत्वपूर्ण अभियान में चूरू का योगदान न केवल राजस्थान, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणादायक है।