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भक्त वत्सल भगवान के वात्सल्य का स्वरूप है नरसी चरित्र – कृष्णानंद महाराज

रतनगढ़, [सुभाष प्रजापत ] हांडिया बाबा बगीची में हट्टी नाथ जी महाराज की 12 वीं पुण्य तिथि पर पाँच दिवसीय नानी बाई के मायरे की कथा शुरू हुई। कथा से पहले हरिराम बाबा मंदिर से कथा स्थल हांडिया बाबा बगीची तक कलश यात्रा निकाली गई। पहले दिन कथा में वाचक कृष्णानंद महाराज ने बताया की भक्त वत्सल भगवान की अपने भक्तों पर प्रत्यक्ष कृपा का उदाहरण ही नरसी चरित्र की कथा है। महाराज ने बताया की कलियुग में भगवत सत्संग, गाय, संत और अपने माता पिता की सेवा करने वालों को जीवन में आयु, विद्या, यश और बल स्वतः प्राप्त हो जाते है।आयोजक गंगा नाथ जी महाराज ने सबका आभार व्यक्त किया।कथा में संत नरेंद्र नाथ, इंद्र नाथ, त्रिवेणी नाथ, मुनीन्द्र भारती, बाबूलाल कम्मा, लादूसिंह शेखावत, पुरुषोत्तम कम्मा, कालूराम भार्गव, रामदेव चंदनीया, राहुल प्रजापत, गजेंद्र महर्षि, शंकर लाल माली, धनराज मंगलहारा, भवानी शंकर भार्गव आदि श्रोताजन उपस्थित थे।