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IAS Sucess Story : सिर्फ 23 की उम्र में UPSC पास कर बनी समाज की पहली महिला, वर्तमान MLA की है पत्नी, जानें इनकी सफलता की कहानी

IAS Pari Bishnoi Sucess Story : आज हम आपको राजस्थान की एक ऐसी महिला की खानी बताने जा रहे है। जिसने छोटी उम्र में इतिहास रच दिया और ऐसा करने वाली समाज की पहली महिला बन गई। जी हाँ बता दे कि यूपीएससी परीक्षा दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। इसे पार करना आसान नहीं है। हर साल लाखों युवा यूपीएससी की परीक्षा देते हैं। उनमें से कुछ ही लोग सफलता प्राप्त करते हैं। वहीँ कुछ लोग बिच मझदार में इसे छोड़ देते है। लेकिन परइ बिशनोई ने वो मुकाम छोटी से उम्र में हाशिल कर लिया। चलिए जानते है उनके जीवन कि कठिन संघर्ष के बारे में

12 कि उम्र में किया IAS अधिकारी बनने का फेंसला

अधिक जानकारी के लिए बता दे कि आईएएस अधिकारी परी बिश्नोई राजस्थान के अजमेर के रहने वाले हैं। उन्होंने 12 साल की उम्र में आईएएस अधिकारी बनने का फैसला किया था। हालांकि, उनके लिए यह आसान नहीं था। परी बिश्नोई समुदाय की पहली महिला आई. ए. एस. अधिकारी हैं।

आईएएस परी बिश्नोई का जन्म 26 फरवरी 1996 को राजस्थान के बीकानेर में हुआ था। उनके पिता मणिराम बिश्नोई एक वकील हैं और माँ सुशीला बिश्नोई अजमेर में जीआरपी अधिकारी हैं। उन दोनों ने बचपन से ही परी को आगे बढ़ते रहने और अपने मन का काम करने के लिए प्रोत्साहित किया था। परी के पति भव्य बिश्नोई हरियाणा राज्य में एक लोकप्रिय युवा नेता हैं (परी बिश्नोई आईएएस पति)

परी बिश्नोई की पढाई

आई. ए. एस. परी बिश्नोई ने अजमेर के सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ाई की। वह 12वीं कक्षा पूरी करने के बाद दिल्ली चली गईं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक पूरा किया और सरकारी नौकरियों की तैयारी शुरू कर दी।

आईएएस अधिकारी परी बिश्नोई ने अजमेर के एमडीएस विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर पूरा किया। दो बार यूपीएससी में फेल होने वाले आईएएस अधिकारी परी बिश्नोई ने यूपीएससी परीक्षा में तीन बार प्रयास किया था।

उन्होंने नेट जेआरएफ परीक्षा पास की थी। लेकिन वह सिविल सेवाओं में अपना करियर बनाना चाहती थी और देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक की तैयारी कर रही थी।

2019 में UPSC क्लियर

बता दे कि उनके कठिन परिश्रम और लगन कि बदौलत 2019 में, वह यूपीएससी ( UPSC) परीक्षा के तीसरे प्रयास में 30वीं रैंक (परी बिश्नोई आईएएस रैंक) के साथ आईएएस बन गईं। उन्हें सिक्किम कैडर आवंटित किया गया था। शादी के बाद उन्होंने हरियाणा कैडर में स्थानांतरण दिया गया।

सोशल मिडिया पर काफी एक्टिव रहती है IAS परी बिश्नोई

परी बिश्नोई सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय हैं। उनके इंस्टाग्राम पर 2.2 मिलियन से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। लेकिन एक समय था जब उन्होंने खुद को सोशल मीडिया से दूर कर लिया था। वह मोबाइल फोन का इस्तेमाल तक नहीं करती थी।

आईएएस अधिकारी परी बिश्नोई ने एक साक्षात्कार में कहा था कि उन्होंने यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिए एक साध्वी की तरह जीना शुरू कर दिया था। अपनी कड़ी मेहनत के कारण, वह 23 साल की उम्र में एक आई. ए. एस. ( IAS) अधिकारी बन गईं।