Rajasthan Success Story : कहते हैं ना सपनों में जान हो तो सब कुछ मुमकिन होता है । ऐसा ही कुछ कर दिखाया है राजस्थान की बेटी नीरू सोनी ने।
शादी छोटे बच्चों की जिम्मेदारी के बाद भी हार नहीं मानी और लगातार पढ़ाई के बाद MA के अंदर टॉप किया और अपने जिले का नाम पुरे राजस्थान में रोशन किया। यह कहानी है 32 वर्षीय नीरू सोनी की, जिन्होंने महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर के 10वें दीक्षांत समारोह में एम.ए. समाजशास्त्र में 72.88 प्रतिशत अंक लाकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
बता दें कि श्रीगंगानगर जिले में एक छोटे से मोहल्ले से निकलकर विश्वविद्यालय में प्रथम स्थान पाने वाली नीरू के लिए यह उपलब्धि किसी सपने से कम नहीं है। उनके पिताजी पूनम चंद सोनी एक दुकान पर श्रमिक है मां ग्रहणी है। आर्थिक तंगी का आलम यह था कि उनके पास किताब में खरीदने के भी पैसे नहीं थे। बढ़ती जिम्मेदारियां के बावजूद भी नीरू ने कभी हार नहीं मानी और वह कर दिखाया जो इतिहास में लिखा जाएगा
मात्र 19 वर्ष में शादी
जानकारी के लिए बता दे की साल 2013 में मात्र 19 वर्ष की उम्र में नीरू का विवाह हो गया। ससुराल के माहौल और घरेलू जिम्मेदारियों के बीच पढ़ाई का सिरा हाथ से छूट गया। 5 साल तक वह किताबों से दूर रहीं, पर मन में एक ही सवाल कौंधता रहा, क्या मैं दोबारा पढ़ पाऊंगी?
2019 में नई शरुवात
आखिरकार 2019 में उन्होंने अपनी ‘दूसरी पारी’ शुरू की। माता-पिता के पास रहकर राजकीय कन्या महाविद्यालय में बीए में प्रवेश लिया। इसी बीच कोरोना की चुनौती आई, कॉलेज बंद हुए, पर नीरू ने हार नहीं मानी। ऑनलाइन पढ़ाई और परीक्षा के दम पर बीए पूरा किया और फिर एमए. की राह पकड़ी। इस सफर में प्रो. मीनू तंवर और पूनम बजाज ने उनका सहयोग किया।