अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस : बेटियां बोझ नहीं है, है जीवन का आधार

फैशन डिजाइनिंग में नाम रोशन कर रही है किरण  व पूजा

 

दांतारामगढ़, ( लिखा सिंह सैनी ) अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस हर साल सितंबर महिने के चौथे रविवार को मनाया जाता है ।बेटियां बोझ नहीं है, है जीवन का आधार । बेटियां अंतरराष्ट्रीय स्तर से लेकर ग्रामीण स्तर पर अपनी कला के जरिये पहचान बना रही है ।  दांता की किरण सैनी  व पूजा सैनी  कई शादियों में दुल्हन के   ड्रेस डिजाइन कर तैयार किये है ।

दोनो बहिनें  प्रारंभ से ही कलात्मक क्षेत्र में रुचि रखने वाली छात्रा रही है, पूजा ने  छात्र जीवन में भी कई प्रमाण पत्र एवं इनाम अपने नाम किया है।  किरण  एवं पूजा  दोनों बहने कलात्मक क्षेत्र में रुचि रखती है।  दोनो ड्रेस को ग्रामीण कल्चर के हिसाब से ड्रेस डिजाइनिंग करती है। जिससे विलुप्त हो रही कल्चर को मॉडर्न ट्रेंड से मिक्स करते हुए  ड्रेस डिजाइन करती है।
जिसमें अनारकली , सरारा,गाउन ,  पटियाला सूट , पंजाबी सूट , लाचा, पैंट, प्लाजो व लहंगा गाउन, फ्रॉक अन्य तमाम तरह के फैंसी सूट के डिजाइन बना रही हैं। साथी ही इसकी क्लासेज चलाकर अन्य लड़कियों भी सिखा रही है एवं लगातार चार सालों से दोनों यह काम कर रही है व इसी काम में अपना नाम रोशन करना चाहती है ।किरण को बचपन से ही फैशन डिजाइनिंग का शौक था। दोनो बहिनों ने एमए फाईल  किया है ।
किरण ने बताया कि अब वह अपने हुनर को मंच पर उतारने में जुट गई हैं।दोनो बहिनो ने बताया कि माता-पिता के जो सपने होते हैं उसे पूरा करना उनके बच्चों के लिए कर्तव्य होता है और यह हम दोनो बहिनो लिए एक सुनहरा मौका है कि हम अपने माता पिता के सपने को पूरा कर सकें  ।