झुंझुनूं की खिलाड़ी अदिति भट्ट ने रचा वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में इतिहास
झुंझुनूं, श्री जेजेटी यूनिवर्सिटी की होनहार खिलाड़ी अदिति भट्ट के नेतृत्व में भारतीय मिश्रित बैडमिंटन टीम ने जर्मनी के राइन-रूहर में आयोजित 32वें वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स 2025 में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीता है।
यह पहला मौका है जब भारत ने वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स के बैडमिंटन इवेंट में कोई पदक हासिल किया है। इससे पहले भारत 2007 में क्वार्टर फाइनल तक ही पहुंच पाया था।
ऐसे बना भारत का कांस्य पदक रास्ता
भारतीय टीम ने क्वार्टर फाइनल में मलेशिया को 3-2 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया।
सेमीफाइनल में चीनी ताइपे से 1-3 से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन टूर्नामेंट नियमों के अनुसार दोनों हारने वाली टीमों—भारत और कोरिया—को कांस्य पदक प्रदान किया गया।
खेल निदेशक डॉ. अरुण कुमार के अनुसार, क्वार्टर फाइनल में:
- सतीश करुणाकरण / वैष्णवी खडकेकर – मिश्रित युगल: जीत
- सनीथ दयानंद – पुरुष एकल: जीत
- तस्नीम मीर / वर्षिनी विश्वनाथ श्री – महिला युगल: जीत
सेमीफाइनल में देविका सिहाग ने महिला एकल में भारत को एकमात्र अंक दिलाया।
अदिति भट्ट की रणनीति और नेतृत्व रहा निर्णायक
श्री जेजेटी यूनिवर्सिटी की अदिति भट्ट ने टीम की कप्तानी करते हुए रणनीतिक फैसलों और संयोजन में अहम भूमिका निभाई। इससे पहले यूनिवर्सिटी की बैडमिंटन टीम ने ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप 2024-25 में महिला और पुरुष दोनों वर्गों में जीत दर्ज की थी।
यूनिवर्सिटी चेयरपर्सन डॉ. विनोद टिबडेवाला ने कहा,
“यह उपलब्धि न केवल भारत के लिए बल्कि श्री जेजेटी यूनिवर्सिटी के लिए भी गौरव का विषय है।”
अब होंगे सिंगल्स और डबल्स इवेंट
22 जुलाई से सिंगल्स, डबल्स और मिक्स्ड डबल्स मुकाबले शुरू होंगे, जिसमें अदिति भट्ट महिला सिंगल्स में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी।
समस्त यूनिवर्सिटी परिवार ने दी शुभकामनाएं
डॉ. देवेंद्र सिंह ढुल, प्रेसिडेंट, भारतीय दल के नेतृत्व में उपस्थित हैं।
यूनिवर्सिटी के डॉ. अजीत कुमार, डॉ. अमन गुप्ता, डॉ. रामदर्शन फोगाट, डॉ. महेश सिंह, डॉ. इकराम कुरैशी सहित सभी अधिकारियों और स्टाफ ने टीम को बधाई दी।