झुंझुनूं। सांसद बृजेंद्र सिंह ओला ने लोकसभा में प्रश्न के माध्यम से राजस्थान में आंगनवाड़ी केंद्रों के निर्माण में हो रही देरी और धन के अपव्यय पर गंभीर चिंता व्यक्त की।
निर्माण कार्य में सुस्ती और अधूरे केंद्र
ओला ने बताया कि झुंझुनूं जिले में पिछले तीन वर्षों में केवल 5 आंगनवाड़ी केंद्र ही बन पाए हैं।
राज्य स्तर पर 135 केंद्रों की मंजूरी दी गई थी, लेकिन अधिकांश का निर्माण अब तक अधूरा है। कई जिलों में आवंटित धन का एक रुपये भी खर्च नहीं हुआ।
जनजातीय न्याय अभियान के केंद्र अधूरे
सांसद ने कहा कि ‘जनजातीय न्याय अभियान’ के तहत स्वीकृत 51 केंद्रों में से केवल 2 ही पूरे हो पाए हैं।
यह प्रशासनिक कार्यप्रणाली की धीमी गति और लापरवाही को दर्शाता है।
महिला व बाल स्वास्थ्य पर असर
ओला ने कहा कि सरकार की नारी शक्ति, बाल पोषण और ग्रामीण विकास की बातें केवल भाषणों तक सीमित दिखाई देती हैं।
जब आंगनवाड़ी जैसी बुनियादी सुविधाएं समय पर तैयार नहीं हो पातीं, तब विकास के दावे खोखले लगते हैं।
तत्काल कार्रवाई और जवाबदेही की मांग
सांसद ने केंद्र और राज्य सरकार से मांग की है कि अवंटित धन का उपयोग न होने पर जिम्मेदारों की जवाबदेही तय की जाए।
सभी लंबित आंगनवाड़ी केंद्रों का निर्माण तुरंत और समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाए।