खनन और पर्यावरण विनाश के विरोध में कांग्रेस का बड़ा आंदोलन
झुंझुनू, अरावली पर्वतमाला को बचाने के लिए कांग्रेस पार्टी ने “अरावली बचाओ–जन आंदोलन” की शुरुआत कर दी है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार इस आंदोलन को राजस्थान भर में चलाया जा रहा है। कांग्रेस का आरोप है कि केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार अरावली को खनन माफियाओं और उद्योगपति मित्रों के हवाले कर पर्यावरण को गंभीर नुकसान पहुँचा रही है।
27 दिसंबर को झुंझुनू में पैदल मार्च
इसी क्रम में ज़िला कांग्रेस कमेटी झुनझुनूं द्वारा 27 दिसंबर (शनिवार) को दोपहर 12.15 बजे जिला मुख्यालय पर पैदल मार्च निकाला जाएगा।
यह मार्च विद्यार्थी भवन (जाट बोर्डिंग) से शुरू होकर गांधी चौक, रोड नंबर 1 होते हुए ज़िला कलेक्ट्रेट तक जाएगा।
रीटा चौधरी के नेतृत्व में होगा मार्च
यह पैदल मार्च ज़िला कांग्रेस अध्यक्ष एवं मंडावा विधायक रीटा चौधरी के नेतृत्व में आयोजित किया जाएगा। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि अरावली न केवल राजस्थान की जीवन रेखा है, बल्कि यह रेगिस्तान के विस्तार, धूल भरी आंधियों और पर्यावरण असंतुलन को रोकने में अहम भूमिका निभाती है।
कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं की होगी बड़ी भागीदारी
ज़िला प्रवक्ता एवं कांग्रेस ओबीसी विभाग के ज़िलाध्यक्ष संतोष सैनी ने बताया कि झुंझुनू ज़िला प्रभारी रामसिंह कस्वां के निर्देशन में आयोजित इस मार्च में
सांसद, विधायक, विधायक प्रत्याशी, AICC, PCC, DCC पदाधिकारी,
सेवादल, महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, NSUI,
ब्लॉक, मंडल और बूथ स्तर के पदाधिकारी,
पंचायती राज और नगर निकायों के पूर्व व वर्तमान जनप्रतिनिधि सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन शामिल होंगे।
पर्यावरण और आस्था से जुड़ा मुद्दा
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि अरावली पर्वतमाला न केवल पर्यावरण संतुलन के लिए जरूरी है, बल्कि यहां स्थित देवालयों के कारण यह आस्था का भी बड़ा केंद्र है। इसीलिए अरावली को बचाने के लिए यह जन आंदोलन आगे भी जारी रहेगा।