झुंझुनूं नगर परिषद में अटल जयंती का आयोजन
झुंझुनूं नगर परिषद कार्यालय परिसर में भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती सुशासन दिवस के रूप में मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत वाजपेयी जी की तस्वीर पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि से हुई।
विचार गोष्ठी में व्यक्त किए गए विचार
इस अवसर पर आयोजित विचार गोष्ठी में जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और कार्मिकों ने अटल जी के महान व्यक्तित्व, विचारधारा और राष्ट्रसेवा पर अपने विचार साझा किए। साथ ही उनकी कविताओं का पाठ भी किया गया, जिससे वातावरण प्रेरणादायक बना।
श्रमदान और स्वच्छता का संदेश
सुशासन दिवस के तहत नगर परिषद परिसर में श्रमदान किया गया। परिषद के अधिकारियों, कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों ने मिलकर सफाई अभियान चलाया और स्वच्छता का संदेश दिया। कार्यक्रम के दौरान समस्या समाधान के रूप में कई स्थानीय मुद्दों का निस्तारण भी किया गया।
परिषद आयुक्त का संबोधन
परिषद आयुक्त देवीलाल बोचलिया ने कहा,
“आदरणीय अटल बिहारी वाजपेयी जी महान विचारक, चिंतक और दूरदर्शी राजनीतिज्ञ थे। उन्होंने भारत की विदेश नीति को नई दिशा दी और पोखरण परमाणु परीक्षण जैसे साहसिक निर्णय लिए।”
उन्होंने आगे बताया कि अटल जी की पहल पर स्वर्णिम चतुर्भुज योजना और ग्रामीण सड़क विकास योजना शुरू हुई, जिससे देश के गांवों की कनेक्टिविटी मजबूत हुई।
नैतिक मूल्यों और राष्ट्रसेवा की प्रेरणा
आयुक्त ने कहा कि अटल जी नैतिक मूल्यों के प्रति सदैव प्रतिबद्ध रहे। वे एक संवेदनशील कवि भी थे, जिनका काव्य-संग्रह आज भी प्रेरणा देता है। उनके देशसेवा के समर्पण के लिए उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
सुशासन की शपथ
कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और कार्मिकों को सुशासन की शपथ दिलाई गई और अटल जी के पदचिह्नों पर चलने का आह्वान किया गया।