झुंझुनूं में आयुर्वेदिक चिकित्सा को बढ़ावा
झुंझुनूं, भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद से अनेक रोगों का निरापद इलाज संभव है। इसी उद्देश्य से राष्ट्रीय आयुष मिशन, आयुष मंत्रालय भारत सरकार एवं आयुर्वेद विभाग राजस्थान सरकार के संयुक्त तत्वावधान में झुंझुनूं में 10 दिवसीय निःशुल्क क्षारसूत्र शल्य चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया।
समारोहपूर्वक हुआ शुभारंभ
सोमवार को एनआरडीडी अस्पताल, मलसीसर रोड, झुंझुनूं में शिविर का शुभारंभ प्रातः 11:30 बजे किया गया। उद्घाटन झुंझुनूं विधायक राजेन्द्र भाम्बू, पूर्व जिला प्रमुख एवं जिला भाजपा अध्यक्ष हर्षिणी कुल्हरि, राज्य ओबीसी आयोग सदस्य पवन मावण्डिया सहित कई जनप्रतिनिधियों ने भगवान धन्वन्तरि की पूजा-अर्चना के साथ किया।
“आयुर्वेद से संभव है सुरक्षित इलाज” – विधायक भाम्बू
मुख्य अतिथि विधायक राजेन्द्र भाम्बू ने कहा,
“वर्तमान राज्य सरकार आयुर्वेद जैसी पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को सशक्त बनाने के लिए ठोस कदम उठा रही है। अर्श, भगन्दर, परिकर्तिका जैसे कष्टकारी रोगों के इलाज हेतु सभी जांच, ऑपरेशन, दवाइयां, भोजन और आवास निःशुल्क उपलब्ध कराना सराहनीय पहल है।”
उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा एवं उपमुख्यमंत्री एवं आयुष मंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा का आभार भी व्यक्त किया।
स्वस्थ जीवनशैली से जुड़ा आयुर्वेद
समारोह अध्यक्ष हर्षिणी कुल्हरि ने शिविर की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आयुर्वेद न केवल रोग उपचार, बल्कि स्वस्थ दिनचर्या और जीवनशैली का आधार है। उन्होंने आमजन से शिविर की जानकारी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने की अपील की।
पहले दिन 334 मरीजों ने लिया लाभ
शिविर प्रभारी डॉ. महेश माटोलिया ने बताया कि शिविर के पहले ही दिन 334 रोगियों ने आयुर्वेदिक चिकित्सा सेवाएं लीं।
- शल्य विभाग में सर्वाधिक मरीज पहुंचे
- 90 रोगियों की जांच की गई
- इनमें से 56 रोगियों को ऑपरेशन हेतु योग्य पाते हुए भर्ती किया गया
व्यवस्थाओं की सराहना
मौके पर उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने आयुर्वेद विभाग झुंझुनूं एवं एनआरडीडी अस्पताल द्वारा की गई व्यवस्थाओं की सराहना की और इसे आमजन के लिए अत्यंत लाभकारी बताया।
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