झुंझुनूं, झुंझुनूं में भीम आर्मी भारत एकता मिशन, बामसेफ, जिला संघर्ष समिति और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने मिलकर एक जोरदार विरोध रैली निकाली।
रैली का नेतृत्व भीम आर्मी जिला अध्यक्ष विकास आल्हा ने किया।
अंबेडकर पार्क से कलेक्ट्रेट तक रैली
यह रैली अंबेडकर पार्क से शुरू होकर जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय तक पहुंची।
वहां प्रदर्शनकारियों ने जिला कलेक्टर के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
न्यायपालिका पर हमले को लेकर आक्रोश
ज्ञापन में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (CJI) बी.आर. गवई पर हुए हमले की कड़ी निंदा की गई और
ग्वालियर के वकील अनिल मिश्रा द्वारा डॉ. भीमराव आंबेडकर के खिलाफ दिए गए विवादित बयान पर तुरंत कार्रवाई की मांग की गई।
प्रदर्शनकारियों ने आईपीएस अधिकारी वाई. पुरण कुमार मामले की CBI जांच की भी मांग की और कहा कि
“न्यायपालिका पर हमला, लोकतंत्र की नींव को कमजोर करने वाला कृत्य है।”
ज्ञापन में रखी गई प्रमुख मांगे
CJI बी.आर. गवई पर हुए हमले की निष्पक्ष जांच हो।
वकील अनिल मिश्रा पर तुरंत कार्रवाई की जाए।
आईपीएस वाई. पुरण कुमार मामले की CBI जांच हो।
SC/ST वर्ग पर अत्याचार रोकने के लिए सख्त कानून लागू किए जाएं।
वक्ताओं ने कहा — “न्याय पर हमला, लोकतंत्र पर हमला”
वक्ताओं ने कहा कि न्याय व्यवस्था की गरिमा की रक्षा हर नागरिक की जिम्मेदारी है।
यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन को और व्यापक स्वरूप दिया जाएगा।
अनेक सामाजिक संगठनों की भागीदारी
रैली में भारत मुक्ति मोर्चा, अनुसूचित जाति-जिला संघर्ष समिति,
पूर्व जनप्रतिनिधियों, अधिवक्ताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और
महिलाओं की बड़ी भागीदारी रही।
सभी ने संविधान की मर्यादा और बाबा साहेब आंबेडकर की विचारधारा की रक्षा का संकल्प लिया।
रैली का संदेश
रैली ने समाज में समानता, न्याय और सामाजिक एकता का संदेश दिया।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यह आंदोलन संविधान और सामाजिक न्याय की रक्षा के लिए जारी रहेगा।