Posted inJhunjhunu News (झुंझुनू समाचार)

झुंझुनूं में 325 ब्राह्मण छात्र सम्मानित, शिक्षा को बढ़ावा

325 Brahmin students honoured in Jhunjhunu, leaders deliver motivational talks

झुंझुनूं विप्र फाउंडेशन के तत्वावधान में गाड़िया टाउन हॉल में ब्राह्मण प्रतिभा सम्मान समारोह 2025 का आयोजन किया गया। इस समारोह में 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में 90% से अधिक अंक लाने वाले 325 प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ संत शिरोमणि खांसोली धाम चूरू पीठाधीश्वर नवरतनगिरी महाराज के सान्निध्य में भगवान परशुराम के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन और पुष्पांजलि से हुआ।

शिक्षा से समाज का उत्थान संभव: राधेश्याम गुरुजी

मुख्य अतिथि विप्र फाउंडेशन राष्ट्रीय अध्यक्ष राधेश्याम शर्मा गुरुजी ने कहा कि “शिक्षा ही समाज की असली पूंजी है। उच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी समाज का भविष्य हैं।”

गीता में छिपे हैं युवाओं के संस्कार: योगेश दाधीच

आयुक्त यातायात जयपुर संभाग एवं सीनियर आईपीएस योगेश दाधीच ने कहा, “हर छात्र को श्रीमद्भगवद गीता पढ़नी चाहिए। अर्जुन जैसा लक्ष्य और कृष्ण जैसा मार्गदर्शक होना चाहिए।”

नैतिक मूल्य बनाएं रखें: हरिप्रसाद शर्मा

सेवानिवृत्त आईजी हरिप्रसाद शर्मा ने विद्यार्थियों को नैतिक मूल्यों को जीवन का आधार बनाने का संदेश दिया। उन्होंने कहा, “सामाजिक न्याय और प्रगति तभी संभव है जब हम अपने संस्कारों और मूल्यों को न भूलें।”

संगठन व एकता पर जोर

विप्र फाउंडेशन प्रदेश महामंत्री सतीश शर्मा ने संगठन की योजनाओं की जानकारी दी। आयुक्त विकास प्राधिकरण सीकर जेपी गौड़ ने कहा कि “सामूहिकता से समाज सशक्त होता है।”

जिलाध्यक्ष कमलकांत शर्मा ने कहा कि इस वर्ष समाज के छात्रों ने 10वीं व 12वीं में अद्वितीय सफलता प्राप्त की है। शिक्षा के साथ राजनीतिक भागीदारी भी समाज को मजबूती देती है।

छात्राओं की प्रेरक बातें

अनन्या शर्मा (10वीं – 99.50%), कीर्तिका माटोलिया (12वीं – 99.40%) जैसी होनहार छात्राओं ने मंच से अपने अनुभव साझा किए और सभी को मेहनत व लगन से पढ़ाई करने की प्रेरणा दी।

पुरस्कार और सम्मान

कार्यक्रम में चयनित विद्यार्थियों को विप्र फाउंडेशन की टीशर्ट, कैप, बैज, मैडल और प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया।

आयोजन में रही जिलेभर से सहभागिता

कार्यक्रम में उपखंड अधिकारी मलसीसर पंकज शर्मा, विभिन्न ब्राह्मण संगठनों के अध्यक्षगण, शिक्षाविद, अधिवक्ता और समाजसेवी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। संचालन रामगोपाल महमिया और डॉ. विद्या पुरोहित ने किया, जबकि वशिष्ठ शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।